रांची: झारखंड के पिछली सरकार के समय आयोजित किए गए मोमेंटम झारखंड (Momentum Jharkhand) की अब CID जांच होगी।
इस आयोजन की आड़ में हुई गड़बड़ियों के आरोप में इसके जांच के आदेश CM स्तर से दिए गए हैं। इसकी जांच के लिए उद्योग विभाग (industry department) में पिछले डेढ़ साल से फाइल के दबे होने के बाद एक बार फिर से इसे खोलने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
बता दें कि उद्योग सचिव के रूप में प्रभार लेते हुए वंदना डाडेल ने इस फाइल को सीएम को भेजा और बतौर उद्योग मंत्री उनसे सहमति लेकर फाइल गृह विभाग (home department) को भेज दी। आपको बता दें कि पहले इसकी जांच करने की जिम्मेदारी एसीबी को मिली थी।
गौरतलब है कि पूर्व में CM ने मोमेंटम झारखंड की स्पेशल ऑडिट कराने का आदेश दिया था। इसके बाद ACB से जांच कराने का भी आदेश दिया था.
ACB के मामले में ही फाइल पर विमर्श होते-होते डेढ़ वर्ष लग गये। अब सरकार ने तय किया है कि पहले CID से इसकी जांच करायी जाये।
गलत नीयत से कंपनियों का गठन
2017 में रघुवर दास सरकार (Raghubar Das Sarkar) के समय आयोजित मोमेंटम झारखंड आयोजन में आरोप है कि कई कंपनियों का गठन आयोजन के ठीक पहले हुआ है।
इन कंपनियों ने झारखंड में लाभ लेने के उद्देश्य से ही मोमेंटम झारखंड के दौरान एमओयू किया था। मोमेंटम झारखंड के दौरान कुल 238 एमओयू हुए थे। इस मामले में 100 करोड़ रुपये की गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है।
बता दें कि मोमेंटम झारखंड का आयोजन काफी बड़े स्तर पर हुआ था। इसमें देश और विदेश की कई जानी मानी कंपनियों के प्रतिनिधि ने इसमें शिरकत की थी। इस बीच ही कंपनियों से एमओयू सरकार (MoU government) के साथ किया गया था।