नई दिल्ली: अक्सर सुर्खियों में रहने वाले पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri) के दरबार में पथरिआ की एक लड़की आती है। युवती (Young Lady) शास्त्री को बताती है कि उसके पापा का इससे पहले पर्चा (Form) बन चूका है।
उस पर्चे में लिखा था कि 30 पेशी के बाद आराम मिलेगा। अब तक युवती के परिवार के लोग (Family Members) करीब 14 पेशी लगा चुके है। युवती बताती है कि उसके पिता को जरा भी आराम नहीं मिल रहा है। युवती आगे कहती है कि वो चाहती है कि वो बालाजी की भक्ति (Devotion) में ऐसे ही लगी रहे।
धीरेंद्र शास्त्री ने पर्चा पढ़कर कही यह बात
बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) बाबा धीरेंद्र शास्त्री (Baba Dhirendra Shastri) पर्चा पढ़कर कहते है कि वो पिता की चिंता न करें। वो कहते है कि युवती की मां मन हीन न करें और श्रद्धा (Admiration) न छोड़े।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri) बताते है कि युवती (Young Woman) के पिता को 22 पेशी करने पर आराम मिलेगा। इसी कारण उसके पिता (Father) को पिछली बार 30 पेशी करने को कहा गया था।
उन्होंने कहा कि 22 पेशी से पहले कुछ असर नहीं दिखेगा। उन्होंने बताया कि उसके पिता की बहुत पेशी बाकी है। बीच में वो कुछ समय जा भी नहीं पाए थे।
युवती ने धीरेंद्र शास्त्री से मांगा उनके गले पर रखा हुआ कपड़ा
बागेश्वर धाम सरकार (Bageshwar Dham Sarkar) धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) ने आशीर्वाद दिया कि युवती की मां की तबीयत (Health) में भी सुधार हो। इसके अलावा उस युवती का भी भजन योग बनेगा।
पर्चा पढ़े जाने के बाद, युवती धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) से उनके गले पर रखा हुआ कपड़ा मांगती है। ये पटकी नीले रंग की होती है और इस पर देवनागरी लिपि में Bageshwar Dham लिखा होता है।
पटकी उतरकर युवती के गले में डाल दी
Dhirendra Shastri कहते है कि वो उसको दूसरी पटकी दिलवा देंगे पर युवती अपनी बात Paradi रही। जब युवती ने उनकी बात नहीं सुनी तो उन्होंने हारकर उसे अपनी पटकी दे दी।
उन्होंने अपनी पटकी उतरकर उस युवती के गले में डाल दी। उन्होंने ये भी कहा कि इसके अलावा अब और कुछ मत मांगना। उनके पास अब कुर्ते के अलावा कुछ और नहीं बचा है।