नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली सहित देश के किसी भी हिस्से में ईद (EID) का चांद नजर नहीं आया है। रविवार को चांद का दीदार नहीं होने की वजह से देशभर में मंगलवार 3 मई को ईद मनाए जाने का फैसला लिया गया है।
दिल्ली की ऐतिहासिक जामा मस्जिद और शाही मस्जिद फतेहपुरी में आयोजित मरकजी रूयत-ए-हिलाल कमेटी की बैठक में ईद का चांद देखने की कोशिश की गई है।
कमेटी की तरफ से देशभर से चांद निकलने के संबंध में जानकारी भी एकत्र की गई है लेकिन प्राप्त जानकारियों के अनुसार कहीं से भी चांद निकलने की सूचना नहीं मिली है। इसलिए कमेटी ने देशभर के मुसलमानों से कल सोमवार के दिन 30वां रोजा रखने और मंगलवार 3 मई को ईद मनाने की अपील की है।
बैठक में लिए गए फैसले के बाद घोषणा करते हुए शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा…
दिल्ली की शाही जामा मस्जिद में मगरिब की नमाज के बाद हिलाल कमेटी की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में लिए गए फैसले के बाद घोषणा करते हुए शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि दिल्ली और उसके आसपास व देश के अन्य किसी हिस्से में ईद का चांद नहीं दिखाई देने की सूचना मिली है। उन्होंने बताया कि ईद का चांद निकलने के बारे में किसी व्यक्ति के जरिए न तो कोई दावा किया गया और न ही चांद दिखाई पड़ने की गवाही दी गई है।
उनका कहना है कि देश के अधिकांश भूभाग में आसमान में धूल के कण मौजूद थे। आसमान भी साफ नहीं था। इस वजह से भी चांद देखने में कठिनाई पेश आई है।
उन्होंने बताया कि इन सब कारणों की वजह से कमेटी ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया है कि देशभर में ईद-उल-फित्र की नमाज मंगलवार को अदा की जाएगी और सोमवार 2 मई को पवित्र रमजान महीने का तीसवां रोजा रखा जाएगा।
इसी तरह का ऐलान शाही मस्जिद फतेहपुरी के इमाम डॉ. मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने भी किया है। उधर मरकजी चांद कमेटी, फरंगी महल लखनऊ की तरफ से भी 29वें रमजान-उल-मुबारक को ईद का चांद नजर नहीं आने की घोषणा की गई है।
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि ईद इंशा अल्लाह 3 मई को मनाई जाएगी। हिलाल कमेटी जमीयत अहले हदीस और हिलाल कमेटी इमारत-ए-शरिया, जमीयत उलमा-ए-हिंद ने भी की है।