भोपाल: कोरोना महामारी के काल में रेल यात्रा के दौरान विभिन्न वर्गों को मिलने वाली रियायत में रेल विभाग ने कटौती की थी, इसमें एक मसला है बुजुर्गो को किराए में मिलने वाली छूट।
मध्य प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और रेल्वे बोर्ड के सदस्य डा अभिलाष पांडेय ने बुजुर्गो को किराए में मिलने वाली रियायत को फिर से शुरू करने का सुझाव बोर्ड की बैठक में दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार को नई दिल्ली में रेल्वे बोर्ड की बैठक हुई। इस बैठक में डां पांडेय ने सुझाव दिया गया कि रेल्वे को सीनियर सिटीजन को रेल किराए में रियायत पुन: चालू करना चाहिए, ताकि पूरे देश के बुजुर्गों को लाभ मिल सके।
प्लास्टिक के नुकसानों की चर्चा करते हुए पांडेय ने सुझाव दिया कि रेलवे को स्वच्छता और पर्यावरण को ध्यान मे रखते हुए पॉलीथिन की जगह ऐसे बैग का उपयोग करना चाहिए, ताकि उन्हें आसानी से नष्ट किया जा सके और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत और सेव पर्यवारण का सपना पूरा हो सके।
इसके साथ ही यात्रियों को यात्रा के दौरान बेहतर भोजन मिले इसके लिए ट्रैन के अंदर रेलवे की तरफ से डिवीजनल स्तर पर फूड ट्राली का उपयोग किया जा सकता है , जिसमे ऑनलाइन पेमेंट की भी सुविधा हो ताकि यात्रियों को गुणवत्ता वाला भोजन और अन्य जरूरत की वस्तु मिल सके।
रेल्वे बोर्ड के सदस्य डा पांडेय का मध्य प्रदेश से नाता है और उन्होंने इस इलाके को सुविधाएं दिलाने पर जोर दिया और कहा कि, कोरोना के समय जो ट्रेन स्टापेज बंद हुए है, उन्हें फिर शुरू किया जाना चाहिए।
उदाहरण के तौर कई गाड़ियां वर्तमान में उमरिया , शहडोल , अनूपपुर, शाजापुर , मक्सी , शुजालपुर , उज्जैन, रतलाम नहीं रुकती है, यहां गाड़ी का ठहराव फिर शुरू हो।
राज्य में जबलपुर ऐसा जिला है जो सीधे तौर पर नागपुर से जुड़ा है, जहां से बड़ी संख्या में लोग इलाज कराने जाते है। पांडेय ने इसका जिक्र करते हुए जबलपुर से नागपुर (घंसौर , नैनपुर, बालाघाट ,गोंदिया ) इंटरसिटी ट्रेन चलाए जाने का भी सुझाव दिया।
ताकि एक ही दिन में लोग इलाज कराके रात तक लोग वापस आ जाये । इसके अलावा जबलपुर से अजमेर जाने वाली दयोदय एक्सप्रेस ट्रेन को बढ़ा कर अजमेर से माउंट आबू तक किया जाए , ताकि बड़ी संख्या में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी संस्था के धर्मावलंबी केा लाभ मिल सके। इससे रेलवे की भी आय बढ़ेगी।