रांची: Jharkhand High Court (झारखंड हाई कोर्ट) के जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की अध्यक्षता वाली खंडपीठ में Dhurwa (धुर्वा) स्थित झारखंड हाई कोर्ट के नये भवन को लेकर दाखिल जनहित याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई हुई।
सुनवाई के दौरान भवन निर्माण विभाग ने हाई कोर्ट बिल्डिंग के ऊपर कुछ अंश में Solar Panels (सोलर पैनल) लगाने पर आपत्ति जताई।
बिल्डिंग कमेटी लेगी उचित निर्णय
कहा गया कि इससे छत से सीपेज (Seepage) की समस्या हो सकती है।
कार पार्किंग (Car Parking) में काफी स्पेस है, उस जगह पर सोलर पैनल (Solar Panel) लगाने का सुझाव दिया गया।
जरेडा के इंजीनियर (Engeneer) ने कहा कि नयी टेक्नोलॉजी के तहत छत पर सोलर पैनल लगाने से सीपेज (Seepage) की परेशानी नहीं होगी। छत में ड्रिल (Drill) नहीं किया जाता है।
इस पर कोर्ट ने हाई कोर्ट की बिल्डिंग कमेटी (Building Committee) के पास विचार करने के लिए भेजने का निर्देश दिया।
कोर्ट ने कहा कि बिल्डिंग कमेटी इस पर उचित निर्णय लेगी। अगली सुनवाई के लिए खंडपीठ ने 11 नवंबर की तिथि निर्धारित की है।
2015 में धुर्वा हाई कोर्ट के बिल्डिंग का निर्माण कार्य शुरू हुआ था
इससे पूर्व हाई कोर्ट (High Court) के नये भवन के ऊपरी कुछ हिस्से में सोलर पावर प्लांट की स्थापना के बारे में भवन निर्माण विभाग को बताने को कहा था।
पूर्व की सुनवाई में राज्य सरकार की ओर से बताया गया था कि हाई कोर्ट के नये भवन का निर्माण कार्य त्वरित गति से चल रहा है।
हाई कोर्ट भवन में वैकल्पिक ऊर्जा के लिए सोलर पावर प्लांट (Solar Power Plant) की स्थापना की जायेगी।
उल्लेखनीय है कि मामले को लेकर अधिवक्ता राजीव कुमार ने जनहित याचिका दायर की है।
वर्ष 2015 में धुर्वा में हाई कोर्ट के बिल्डिंग का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। दिसंबर 2018 तक कार्य पूरा होना था लेकिन आज भी अधूरा है।