नई दिल्ली: दुनियाभर में बुजुर्गों (Elders) की आबादी (Population) बढ़कर 160 करोड़ से ज्यादा हो जाएगी। संयुक्त राष्ट्र (UN) ने अपनी ताजा रिपोर्ट (Report) में यह अनुमान जारी किया है।
इसके मुताबिक 2021 में 65 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों की आबादी 76.1 करोड़ थी। इसके 21वीं सदी के मध्य तक बढ़कर 1.6 Billion पार कर जाने का अनुमान है।
UN के अनुसार 22वीं सदी की शुरुआत तक दुनिया में करीब 250 करोड़ बुजुर्ग होंगे। 2021 में हर 10 में से एक व्यक्ति की उम्र 65 साल या ज्यादा थी।
2050 तक हर 6 में से एक व्यक्ति इस एजग्रुप (Age Group) में होगा। बुजुर्ग आबादी में सबसे तगड़ा उछाल एशिया (Asia) में देखने को मिलेगा। दुनिया की बुजुर्ग आबादी में इजाफे का 60% यहीं से आएगा।
UN की रिपोर्ट बताती है कि दुनियाभर में 80 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों की आबादी 65 प्लस एजग्रुप से कहीं ज्यादा तेजी से बढ़ रही है।
अनुमान है कि 2050 तक 80 प्लस एजग्रुप की आबादी करीब 45.9 करोड़ होगी। 2021 में इस एजग्रुप की आबादी करीब 15.5 करोड़ है।
यूरोप व उत्तरी अमेरिका में सबसे ज्यादा हैं बुजुर्ग
2021 में पैदा हुए बच्चे की औसत आयु 1950 में पैदा हुए बच्चे की औसत उम्र से करीब 25 साल ज्यादा है। महिलाओं की औसत उम्र में इस दरम्यान 30 साल का इजाफा हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक- उत्तरी पश्चिमी और सब-सहारन अफ्रीका (Sub-Saharan Africa) में सबसे ज्यादा तेजी से बुजुर्गों की आबादी बढ़ेगी। अभी सबसे ज्यादा बुजुर्ग यूरोप (Europe) और उत्तरी अमेरिका (North America) में हैं।
संयुक्त राष्ट्र का सुझाव है कि देशों को पेंशन सुधारों पर जोर देना चाहिए। रिटायरमेंट (Retirement) की उम्र बढ़ाएं ताकि सभी बुजुर्गों को इनकम सिक्योरिटी (Income Security) मिल सके।
गुरुवार को जारी रिपोर्ट में सुझाया गया कि बुजुर्गों का जब तक मन करे उन्हें काम करने देना चाहिए लेकिन इसके लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए।