SEX Tips : ऑएस्टर, जिनसैंग रूट्स का पाउडर, (Oyster Ginseng Roots Powder) गैंडे के सींग का पाउडर और कछुए के अंडों में क्या समानता है? यही कि विभिन्न संस्कृतियों में इन्हें कामोद्दीपक यानी सेक्स (Aphrodisiac Means Sex) की इच्छा बढ़ानेवाला माना जाता है।
पर दुर्भाग्य से इस बात का कोई प्रमाण नहीं है। इन्हें कामेच्छा बढ़ानेवाला मानने के पीछे सिर्फ़ यही तर्क है कि भौतिक बनावट और ख़ुशबू के चलते कुछ खाद्य पदार्थ सेक्शुअल एहसास को बढ़ा सकते हैं।
ऑएस्टर, अंजीर और केले का आकार सेक्शुअल अंगों (Sexual Organs) से मिलता-जुलता होता है अत: इन्हें कामोद्दीपक माना जाने लगा।
सेक्सोलॉजिस्ट डॉ राजन भोंसले (Sexologist Dr Rajan Bhonsle) कहते हैं,‘‘वे चीज़ें जो आपके दिल (हार्ट) के लिए फ़ायदेमंद हैं, आपकी सेक्शुअल सेहत के लिए भी कारगर होती हैं। बहुत से फलों और दवाइयों (Fruits and Medicines) के बारे में मान्यता है कि ये कामेच्छा बढ़ाती हैं, पर इस बात का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।’’
अंजीर
भूरे रंग का यह फल क्लिओपेट्रा का पसंदीदा था, जिन्हें उनकी सुंदरता के लिए जाना जाता है। इतिहास में भी इसे कामेच्छा बढ़ानेवाला माना गया है।
अधिकतर कलाकार अपनी न्यूड पेंटिंग्स (Nude Paintings) में जननांगों को ढंकने के लिए अंजीर की पत्तियों को दर्शाते थे। यह फल मिनरल, फ़ाइबर और विटामिन्स से भरपूर होता है।
स्ट्रॉबेरी
सतह दानेदार और ख़ूबसूरत होने के साथ ही इसके भीतर मौजूद बहुत सारे बीजों की वजह से इसे पुराने समय में उर्वरकता से जोड़कर देखा जाता था।
लाल रंग और दिल के आकार के कारण यह प्रेम की देवी वीनस (Goddess venus) का प्रतीक माना जाता था।
केला
नर्म-मुलायम और 7 इंच लंबा। फिर इसे भला कामोद्दीपक क्यों न माना जाता? इसमें Potassium and B vitamins प्रचुर मात्रा में होता है,
जिससे हमारे शरीर में सेक्स हार्मोन्स का उत्पादन बढ़ता है।
लीची
रसदार गूदेवाले इस फल को भी सेक्स की इच्छा बढ़ानेवाला माना जाता रहा है। शोध के मुताबिक़ जहां इसमें एंटी एजिंग गुण (Anti Aging Properties) होते हैं,
वहीं ये महिलाओं के जननांगों में उत्तकों की क्षति को रोकने में भी कारगर है।
ऑएस्टर
वेजाइना (Vagina) के आकार का होने के कारण रोमन लोग इसे कामोद्दीपक मानते थे।
कुछ वैज्ञानिकों का मत है कि इसमें मौजूद ज़िंक और आयरन की प्रचुरता टेस्टोस्टेरॉन का स्तर बढ़ाने में कारगर है।
चॉकलेट्स
वैज्ञानिकों का मानना है कि चॉकलेट्स (Chocolates) में मौजूद फ़ेनिथाइलेमाइन नामक केमिकल हमारे अंदर वही एहसास जगाता है,
जो हमें तब महसूस होता है, जब हमें प्यार होता है।