पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है।
इनमें एक सॉल्वर का काम कर रहा था, जिसकी पहचान उत्तर प्रदेश के संत कबीर निवासी अभिषेक त्रिपाठी के रूप में की गयी है। वहीं दो अन्य आरोपी महेश पूर्वे और प्रवीण कुमार बिहार के मधुबनी के बताये जा रहे हैं।
अब तक पेपर लीक मामले में कुल 14 गिरफ्तारियां हो चुकी है।आर्थिक अपराध इकाई से मिली जानकारी के अनुसार प्रवीण और महेश बीपीएससी परीक्षा में शामिल हुए थे।
अभिषेक त्रिपाठी सॉल्वर का काम करता था
इन्ही के व्हाट्सअप पर प्रश्न पत्र आया था। इसके बाद इनके व्हाट्सअप से अन्य अभियुक्तों को भेजा गया।दिल्ली से गिरफ्तार किए गए अपराधियों के तार सॉल्वर गैंग पिंटू यादव (Gang Pintu Yadav) के साथ भी जुड़े हुए है।
उत्तर प्रदेश का रहने वाला अभिषेक त्रिपाठी सॉल्वर का काम करता था। तीनों दिल्ली में ही रह रहे थे। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार युवकों को परीक्षा के दिन एक घंटे पहले 11 बजे ही प्रश्न पत्र मिल गया था।
इन सभी ने प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के एक पेपर के लिए दो लाख रुपये लिए थे।ईओयू (EOU) की टीम इस मामले में अभी तक 14 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
कांड संख्या 20/2022 दर्ज कर सभी गिरफ्तार आरोपियों पर धोखाधड़ी, जालसाजी, पद का दुरुपयोग, आइटी एक्ट तथा बिहार परीक्षा नियंत्रण अधिनियम 1981 की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपित बनाया है।