नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय ने कहा कि 6,000 करोड़ रुपए के आकार वाली राष्ट्रीय संपत्ति पुनर्निर्माण कंपनी (NARCL) या बैड बैंक द्वारा अगले महीने बैंकों की गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (NPA) के पहले सेट का अधिग्रहण किए जाने की उम्मीद है।
सरकार ने NARCL का गठन 500 करोड़ रुपए से अधिक आकार वाले बैंक एनपीए खातों (Bank NPA Accounts) का अधिग्रहण करने के लिए विशेष प्रायोजन वाली परिसंपत्ति पुनर्निर्माण कंपनी के रूप में किया है।
वित्त मंत्रालय ने अपने कई ट्वीट में NARCL के अगले महीने से सक्रिय होने की उम्मीद जताई।
IDRCL का स्वामित्व निजी क्षेत्र के बैंकों के पास होगा
मंत्रालय के मुताबिक, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस विशेष प्रायोजन कंपनी की स्थापना को लेकर हुई प्रगति की समीक्षा की।
मंत्री को इसकी प्रगति से अवगत कराया गया और सरकार एवं नियामकों से NARCL & IDRCL दोनों के लिए प्राप्त अनुमोदन एवं मंजूरियों का संज्ञान लिया गया।
इस दौरान NARCL and IDRCL दोनों के प्रबंध निदेशक एवं निदेशक मंडल के सदस्य मौजूद थे।
बैंकों ने 82,845 करोड़ रुपए के कुल 38 एनपीए खातों की पहचान की है जिन्हें शुरुआत में NARCL के सुपुर्द करना है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (BANK) की इस कंपनी में बहुमत हिस्सेदारी है। SBI , यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन बैंक तीनों ने NARCL में 13.27-13.27 फीसदी हिस्सेदारी ली हुई है। वहीं IDRCL का स्वामित्व निजी क्षेत्र के बैंकों के पास होगा।