रांची: झारखंड प्रतियोगी परीक्षा विधेयक 2023 (Jharkhand Competitive Examination Bill 2023) की खामियों को लेकर शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) के नेतृत्व में BJP के 25 विधायकों ने राजभवन मार्च किया। उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात की। राज्यपाल से इस विधेयक को मंजूरी नहीं देने का आग्रह किया।
बाबूलाल ने गिनाई विधेयक की खामियां
बाबूलाल मरांडी का साफ कहना है कि विधेयक में कई ऐसी शर्तें हैं, जिस पर व्यापक चर्चा होनी चाहिए और कई शर्तों को विलोपित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सरकार संख्या बल के अहंकार में युवाओं, बेरोजगारों की आवाज बंद करना चाहती है।
राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने के बाद विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि जिस तरह से नियमावली छात्रों के लिए लाई गई है, वह कहीं से भी जायज नहीं है।
वह छात्रों के करियर में दाग लगाने का काम करेगी। भाजपा के अन्य अन्य विधायकों का भी मानना है कि सरकार आगे आने वाली नियुक्तियां (Appointments) की बंदरबांट करना चाहती है, लिहाजा कोई भी उसके खिलाफ आवाज ना उठा पाए, इस वजह से यह कानून बनाने की कोशिश हो रही है।