पटना: सेना की नई अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) के खिलाफ बिहार के छात्र-युवा संगठन आईसा-इनौस, रोजगार संघर्ष संयुक्त मोर्चा और सेना भर्ती जवान मोर्चा ने शनिवार को बिहार बंद की घोषणा की है। बंद को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध के दावे किए गए हैं।
इधर, बंद की सुबह ही शरारती तत्व सक्रिय हो गए और जहानाबाद जिले में एक खड़ी बस और ट्रक में आग लगा दिया।
मुगंेर में उपद्रवियों ने तारापुर में प्रखंड विकास पदाधिकारी की गाड़ी में तोड़फोड़ की वहीं मसौढ़ी में उग्र प्रदर्शनकारियों द्वारा जमकर पथराव किया गया। मसैढ़ी में सभी दुकानें बंद हो गई। मसौढ़ी और तरेगना रेलवे स्टेशन पर भी पथराव की सूचना है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि टेहटा सहायक थाना क्षेत्र में असमाजिक तत्वों ने खड़ी एक बस में आग लगा दी। जहां आग लगाई गई वहीं एक ट्रक भी खड़ी थी, जिससे वह भी जल गई।
इस बंद को राजद, विकासशील इंसान पार्टी सहित कई दलों का नैतिक समर्थन भी दिया है। इधर, बंद के दौरान कई स्थानों पर जुलूस निकाला गंया।
जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ता भी सड़क पर उतरे और प्रदर्शन किया। इस दौरान केंद्र सरकार के विरोध में नारे लगाए।
48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद
इधर, बिहार बंद को लेकर प्रशासन और पुलिस सख्त नजर आ रही है। पटना में भी सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। पटना में सुबह से ही जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सड़कों पर घूम-घूमकर सुरक्षा जायजा ले रहे हैं।
पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह (Chandrashekhar Singh) ने बताया कि पटना में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। सभी संदिग्ध इलाकों में पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
उन्होंने कहा कि शुक्रवार को हुई अप्रिय घटनाओं में 170 लोगों की पहचान कर ली गई है, जिसमें से 46 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने छात्रों से शांतिपूर्वक विरोध करने का आग्रह किया है।
गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव ने उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के आदेश दिए हैं। इस बीच राज्य के 15 जिलों में अगले 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा (Internet service) बंद कर दी गई है। इसके तहत सोशल नेटवर्किं ग साइट पर पाबंदी लगा दी गई है।