नई दिल्ली: Chief Election acommissioner (मुख्य चुनाव आयुक्त) राजीव कुमार ने सोमवार को कहा कि फेक न्यूज (Fake News) के मामले में चुनाव प्रबंधन निकायों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों (Social Media Platform) के साथ सीधा संपर्क साधना चाहिए।
उनके पास ‘एल्गोरिदम शक्ति’ (Algorithm Power) है। इससे प्रचलित तौर-तरीकों से फैलाई जा रही फेक न्यूज पर अधिक प्रभावी नियंत्रित संभव है। जिससे इन ‘स्वतंत्रता के अधिकारों’ को बनाए रखने में मदद मिलेगी।
दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन
भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार (Rajeev Kumar) ने चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पाण्डेय के साथ आज ‘निर्वाचन प्रबंधन निकायों की भूमिका, प्रारूप और क्षमता’ विषयक दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (International Conference) का उद्घाटन किया।
इस सम्मेलन का आयोजन भारत निर्वाचन आयोग ने नई दिल्ली में ‘निष्पक्ष चुनाव के लिए साझेदारी’ के तहत किया। इसका गठन दिसंबर, 2021 में ‘लोकतंत्र के लिए शिखर सम्मेलन’ के क्रम में किया गया था।
फेक न्यूज को ज्यादा मजबूती या शुरुआत में ही नियंत्रित करें
उन्होंने कहा कि चुनाव प्रबंधन निकायों की अपेक्षा गैर-वाजिब नहीं है कि वे ज्ञात तौर-तरीकों और शैलियों वाली फेक न्यूज (Fake News) को ज्यादा मजबूती या शुरुआत में ही नियंत्रित करें।
सक्रियता से फेक न्यूज का मुकाबला करने से भरोसेमंद चुनावी परिणाम देखने को मिलेंगे। इससे ‘स्वतंत्रता के अधिकारों’ को बनाए रखने में मदद मिलेगी जिनके आधार पर ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (Social Media Platform) फलते-फूलते हैं।
उद्घाटन समारोह में अपने मुख्य वक्तव्य में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि मुक्त, निष्पक्ष, समावेशी, सुगम्य और प्रलोभन रहित चुनाव लोकतांत्रिक सिद्धांतों की बुनियाद हैं। यह शांति और विकासात्मक लाभों की पहली शर्त है।
लोकतंत्र हमेशा भारतीय लोकाचार और जीवन जीने का एक तरीका रहा है
सीईसी राजीव कुमार ने भारत में लोकतंत्र (Democracy) के विचार पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लोकतंत्र हमेशा भारतीय लोकाचार और जीवन जीने का एक तरीका रहा है।
विविध प्रकार के मत, संवाद, चर्चाएं, सामंजस्य और गैर-आक्रामकता हमारी संस्कृति का आंतरिक हिस्सा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणामों में लोगों का भरोसा एक स्वस्थ लोकतंत्र का सबसे बुनियादी सिद्धांत है।
लोकतंत्र के लिए कतई विकल्प नहीं है
राजीव कुमार ने कहा कि मताधिकार (Suffrage) से वंचित रखना, चाहे कोविड (Covid) महामारी जैसे अशांत समय के दौरान अस्थायी रूप से ही क्यों न हो, लोकतंत्र के लिए कतई विकल्प नहीं है।
“वॉयस इंटरनेशनल” के नवीनतम संस्करण का विमोचन किया गया
इस अवसर पर EMB की उत्कृष्ट पहल को दर्शाते हुए ‘मतदाता शिक्षा और जागरूकता के लिए सहयोग एवं भागीदारी’ विषय पर भारत निर्वाचन आयोग (ECI) की पत्रिका “वॉयस इंटरनेशनल” (Voice International) के नवीनतम संस्करण का विमोचन किया गया।