नई दिल्ली : ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर(Ola Electric Scooters) जिस तेजी से बाजार में छाय़ा उसी तेजी से उसमें तकनीकी खराबी की लगातार आ रही शिकायतों के बीच कंपनी के चीफ मार्केटिग ऑफिसर वरुण दुबे (Varun Dubey) के काम छोड़ने की खबर है।
उन्हें ओला इलेक्ट्रिक के सीईओ भावेश अग्रवाल का काफी करीबी माना जाता है और ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर की लॉन्चिंग से लेकर डिलीवरी तक ये अधिकारी मीडिया में कंपनी का जाना-पहचाना चेहरा रहे हैं।
खबर के मुताबिक, कंपनी के चीफ मार्केटिग ऑफिसर वरुण दुबे ने निजी कारणों के चलते ओला इलेक्ट्रिक का साथ छोड़ दिया है। उन्होंने साल 2019 में कंपनी ज्वॉइन की थी।हालांकि वरुण दुबे के ट्विटर और लिंक्डइन प्रोफाइल पर अभी तक इसे लेकर कोई अपडेट नहीं दिखा रहा है।
अगर आप ट्विटर पर ओला इलेक्ट्रिक को टैग किए हुए पोस्ट को देखें तो हजारों लोगों ने ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर में आ रही तकनीकी खराबी की शिकायतें दर्ज कराई हैं।
बुधवार को भी पल्लव माहेश्वरी नाम के एक यूजर ने लिंक्डइन पर ओला स्कूटर के रिवर्स मोड में बग की शिकायत के लिए लंबा-चौड़ा पोस्ट लिखा।
रिवर्स मोड की खामी की वजह से उनके 65 साल के पिता ओला स्कूटर से चोटिल हो गए और उनके सिर में 10 टांके आए हैं, साथ ही बांये हाथ में दो प्लेट लगी हैं।
इतना ही नहीं 26 मार्च को पुणे में एक ओला स्कूटर में आग लगने की घटना सामने आई थी। इसके बाद कंपनी ने 1,441 इलेक्ट्रिक व्हीकल को रिकॉल भी किया है।
लेकिन इन सब वजहों से कंपनी की इमेज को काफी धक्का लगा है और उसे लगातार सोशल मीडिया पर निगेटिव पब्लिसिटी का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसे में कंपनी के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर का साथ छोड़कर जाना कई अहम सवाल खड़े करता है। हालांकि कंपनी की ओर से इस पर अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
वरुण दुबे के ओला इलेक्ट्रिक छोड़ने से पहले कंपनी के कई और बड़े अधिकारियों के कंपनी छोड़ने की खबर आई है।
इसमें कंपनी के चीफ टेक्निकल ऑफिसर दिनेश राधाकृष्णन ने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दिया है। वहीं उनसे पहले ओला कार्स(Ola Cars) के सीईओ अरुण श्रीदेशमुख ने भी कंपनी का साथ छोड़ दिया था।