रांची: सदन की कार्यवाही शुरू होते ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) ने जैसे ही विश्वास मत के प्रस्ताव पर बोलना शुरू किया तभी BJP विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवालों का जवाब दिया। विश्वास मत (Vote of confidence) के प्रस्ताव पर हेमंत सोरेन ने सदन में कहा कि विश्वास प्रस्ताव लाने की वजह भाजपा है, जिस राज्य में भाजपा की सरकार नहीं होती है, वहां BJP की तरफ से गृह युद्ध जैसा माहौल बना दिया जाता है, इसलिए यूपीए को विश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा है।
हेमंत सोरेन ने कहा कि विपक्ष से निवेदन है कि बहस के दौरान नोक-झोंक होते रहती है। आग्रह यह है कि आज का प्रस्ताव सुने और मैदान छोड़कर भागने का प्रयास ना करें।
जब भी मैं सवा तीन करोड़ जनता की बात करता हूं तो आप भी उसमें शामिल होते हैं
राज्य की सवा तीन करोड़ जनता में आप भी शामिल हैं। जब भी मैं सवा तीन करोड़ जनता की बात करता हूं तो आप भी उसमें शामिल होते हैं।
उन्होंने कहा कि आज विश्वास मत को लेकर चर्चा हो रही है। लोग कह रहे हैं कि अगर सरकार के पास बहुमत है तो विश्वास मत की क्या जरूरत है।
जरूरत इसलिए कि हमारी UPA की सरकार ने 2019 से लेकर आजतक कोरोना का मुंहतोड़ जवाब दिया। झारखंड को जिस तरीके से सरकार ने संभाला है, वो सौभाग्य की बात है। अगर यूपीए की सरकार ना होती तो पता नहीं गरीब, दलित आदिवासियों (Dalit Adivasis) का क्या होता है।
मुख्यमंत्री सोरेन ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि सडकों पर भी झंडा लगाने का काम हुआ। भाजपा ने तो झंडा बेचने का भी काम किया। लोकतंत्र को बेचने का लगातार 2014 से प्रयास हो रहा है।
हेमंत सोरेन जब सदन में सरकार की तरफ से जवाब दे रहे थे, तो लगातार विपक्ष वेल में आकर हंगामा कर रहा था। हंगामे के बीच ही सदन में हेमंत सोरेन अपनी बात रख रहे थे।