वाशिंगटन : यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद वर्ल्ड बैंक ने बड़ा कदम उठाया है। विश्व बैंक ने घोषणा की हैं, कि वह यूक्रेन में मास्को के सैन्य अभियानों और युद्धग्रस्त देश के लोगों के खिलाफ “शत्रुता” के जवाब में रूस और उसके सहयोगी बेलारूस में अपने सभी कार्यक्रमों को “तत्काल प्रभाव से रोक देगा।
वर्ल्ड बैंक का ये फैसला उस समय में आया है, जब दुनिया के कई देश, संगठन और व्यवसाय पहले ही रूस और उसके सहयोगी बेलारूस से नाता तोड़ रहे हैं।
कई देशों ने यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस और उसका समर्थन और सहयोग के लिए बेलारूस के पर भी प्रतिबंध लगाए हैं।
वाशिंगटन स्थित वैश्विक ऋणदाता वर्ल्ड बैंक ने कहा, वर्ल्ड बैंक समूह ने 2014 से रूस में किसी भी नए ऋण या निवेश को मंजूरी नहीं दी है। 2020 के मध्य से बेलारूस को कोई नया ऋण स्वीकृत नहीं किया गया है।”
बयान में कहा गया है, यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद, विश्व बैंक समूह ने रूस और बेलारूस में अपने सभी कार्यक्रमों को तत्काल प्रभाव से रोक दिया है।
दुनिया भर में 189 सदस्य देशों के साथ बैंकिंग संगठन ने 2014 से रूस में किसी भी नए ऋण या निवेश को मंजूरी नहीं दी है। तब रूस ने यूक्रेन से शहर क्रीमिया पर कब्जा किया था।
इसके अलावा वर्ल्ड बैंक ने बेलारूस में विवादित राष्ट्रपति चुनाव के बाद 2020 से कोई ऋण नहीं दिया है।
रूस के आक्रमण के बाद, विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मलपास ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि समूह “यूक्रेन में सामने आने वाली घटनाओं के परिणामस्वरूप चौंकाने वाली हिंसा और जीवन के नुकसान से भयभीत था।
मलपास ने कहा, हम यूक्रेन के लंबे समय से साझेदार हैं और इस महत्वपूर्ण क्षण में उनके लोगों के साथ खड़े हैं।”
इसके पहले अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा कि यह यूक्रेन के आपातकालीन वित्तपोषण के अनुरोध पर विचार कर रहा था, जबकि एक अन्य कार्यक्रम ने जून के अंत तक राष्ट्र को 2.2 बिलियन अमरीकी डालर तक पहुंच प्रदान की।
विश्व बैंक समूह ने घोषणा की कि वह यूक्रेन की सहायता के लिए 3 बिलियन अमरीकी डालर का सहायता पैकेज प्रदान कर रहा है।