पटना: Bihar Police की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने बुधवार को यूट्यूबर (Youtuber) मनीष कश्यप के एक सहयोगी को तमिलनाडु में बिहार प्रवासियों पर कथित हमले के फर्जी वीडियो (Fake Video) साझा करने के मामले में गिरफ्तार किया है।
एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
आरोपी की पहचान नागेश कश्यप के रूप में हुई है, जिसने मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया (Social Media) पर उसके लिए खूब प्रचार किया था।
अधिकारी ने आगे कहा कि मनीष कश्यप के कई दोस्त हैं जो Social Media पर फर्जी वीडियो अपलोड करने और प्रचार करने में शामिल थे।
कोचिंग संस्थानों के साथ संबंध
उन्होंने आगे कहा कि हमने उसे गिरफ्तार (Arrest) कर लिया है और एक जांच की जा रही है।
पूछताछ के बाद, उसे जेल भेज दिया जाएगा। हमने पटना के कुछ कोचिंग संस्थानों के साथ संबंध स्थापित किए हैं और उन पर छापेमारी की है।
EOU के अधिकारियों ने कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं। उन दस्तावेजों के आधार पर मनीष कश्यप से आगे पूछताछ की जाएगी।
यूट्यूबर बेतिया में सात और बिहार के अन्य जिलों और EOU में सात आपराधिक मामलों का सामना कर रहा है।
अधिकांश आरोप गैर जमानती
बेतिया के SP उपेंद्र नाथ पांडेय के मुताबिक मनीष कश्यप पर IPC की धारा 153, 153ए, 153बी, 505,बी, 505सी, 468, 471, 120बी और 67 के तहत मामला दर्ज है। उन पर लगाए गए अधिकांश आरोप गैर जमानती हैं।
इसके अलावा तमिलनाडु में उसके खिलाफ 13 और मामले दर्ज हैं।
मनीष कश्यप की ट्रांजिट रिमांड (Transit Remand) लेने और आगे की कानूनी प्रक्रिया के लिए उन्हें तमिलनाडु ले जाने के लिए एक DSP और एक इंस्पेक्टर रैंक (Inspector Rank) के अधिकारी के नेतृत्व में एक टीम पटना में कैंप कर रही है।
मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में बिहार के प्रवासियों पर कथित हमले के फर्जी वीडियो अपलोड करने और Social Media पर प्रचार करने का आरोप है।