बर्लिन: जर्मनी में पारिवारिक मामलों की पूर्व मंत्री रहीं फ्रांजिस्का गिफी की पीएचडी की डिग्री रद्द कर दी गई है।
बर्लिन के मुक्त विश्वविद्यालय (एफयू बर्लिन) ने बताया कि यूरोपीय राजनीति पर साल 2010 की उनकी डॉक्टरेट थीसिस की जांच के बाद उनमें साहित्यिक चोरी के सबूत मिले हैं, जिसके चलते यह फैसला लिया गया है।
विश्वविद्यालय ने गुरुवार को कहा, शीर्षक को रद्द करने का कारण उनकी साइंटिफिक परफॉर्मेंस की स्वतंत्रता पर किया गया धोखा था।
गिफ्फी ने मई में अपने मंत्री पद से इस्तीफा दिया था।
नागरिक समाज की भागीदारी पर यूरोपीय आयोग (ईसी) की नीति पर आधारित उनकी थीसिस में अन्य लेखकों के संदर्भो और लिखावट की छाप थी।
गिफ्फी ने गुरुवार को अपने बयान में कहा, मुझे यह फैसला मंजूर है।
हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि वह जितना जानती हैं उसके आधार पर उन्होंने अपनी थीसिस लिखी है और अगर इसमें कोई गलती पाई गई है, तो उन्हें इस बात का खेद है।
पीएचडी की डिग्री रद्द होने के बावजूद भी गिफ्फी ने फिलहाल तक राजनीति में वापस आने के बारे में कोई घोषणा नहीं की है, लेकिन वह सितंबर में बर्लिन में क्षेत्रीय चुनावों में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (एसपीडी) के लिए एक प्रमुख उम्मीदवार के रूप में अपना अभियान जारी रखने के लिए तैयार हैं।