रांची: Bangalore से बचाई गई 11 नाबालिग लड़कियों को शुक्रवार को फ्लाइट (Flight) से रांची (Ranchi) लाया गया। सभी लड़कियां 14 से 17 साल की हैं।
राज्य बाल अधिकार और संरक्षण आयोग की टीम शुक्रवार को बेंगलुरु से रेस्क्यू (Rescue) कराई गईं पहाड़िया जनजाति की 11 नाबालिग बच्चियों को रांची लेकर पहुंची।
साहिबगंज (Sahibganj) और पाकुड़ (Pakud) जिले की रहने वाली इन सभी बच्चियों को फिलहाल प्रेमाश्रय बालिका गृह, रांची में रखा गया है।
मनरेगा आयुक्त सह निदेशक-सह-सदस्य सचिव, झारखंड राज्य बाल संरक्षण संस्था, राजेश्वरी बी ने यहां इन बच्चियों से मुलाकात कर उनसे पूरी जानकारी ली।
अब जिला बाल संरक्षण अधिकारी , रांची इन सभी बच्चियों को कल इनके साहिबगंज और पाकुड़ जिले में स्थित उनके घर ले जाकर परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया पूरी करेंगे।
क्या है पूरा मामला
पाकुड़ जिले के हिरणपुर थाना क्षेत्र से 25 व्यक्ति इस वर्ष सात जनवरी को बेंगलुरु गए थे।
इनमें एक बालक समेत 11 नाबालिग बच्चियां भी शामिल थीं। इनमें सात पाकुड़ और चार साहिबगंज जिले की रहने वाली थी।
इनके नाबालिग होने की बात सामने आने पर बेंगलुरु पुलिस ने सभी को CWC, बेंगलुरु के सुपुर्द कर दिया।
CWC की जांच में पता चला कि ये सभी ह्यूमन ट्रैफिकिंग का शिकार हुईं हैं। ऐसे में CWC, बेंगलुरु ने इन सभी बच्चियों को वापस उनके घर भेजने के लिए DCPO और बेंगलुरु पुलिस से संपर्क किया ।
इसके उपरांत उन्होंने रांची के जिला बाल संरक्षण अधिकारी से संपर्क साध पूरी जानकारी दी। इसके बाद राज्य बाल अधिकार और संरक्षण आयोग के द्वारा इन सभी बच्चियों को वापस लाने की सारी प्रक्रिया पूरी की गई।