नई दिल्ली: भारत में एक दिन में कोविड-19 के 11,499 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 4,29,05,844 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,21,881 रह गई है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शनिवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में 255 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 5,13,481 हो गई।
देश में अभी 1,21,881 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 0.28 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 12,354 की कमी दर्ज की गई। मरीजों के स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर बढ़कर 98.52 प्रतिशत हो गई है।
अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 1.01 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 1.36 प्रतिशत दर्ज की गई। देश में अब तक कुल 4,22,70,482 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.20 प्रतिशत है। वहीं, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 177.13 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं।
उल्लेखनीय है कि देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी।
संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे।
देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ के पार हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ के पार और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार पहुंच गए।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के 255 मामले सामने आए। इनमें से केरल में 177 मरीजों की मौत हुई जबकि कर्नाटक में 15 लोगों की महामारी से जान गयी।
आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 से अभी तक कुल 5,13,481 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,43,687, केरल के 64,980, कर्नाटक के 39,900, तमिलनाडु के 38,000, दिल्ली के 26,117, उत्तर प्रदेश के 23,447 और पश्विम बंगाल के 21,169 लोग थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं।
मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।