रांची: मानव तस्करी की (Human Trafficking) शिकार झारखंड के खूंटी जिले की 12 बच्चियों ( Khunti Girls) को एवं एक बालक को दिल्ली में मुक्त कराया गया है।
उपायुक्त (Deputy Commissioner) एवं पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जिला समाज कल्याण विभाग एवं बाल संरक्षण विभाग (Social Welfare Department and Child Protection Department) एवं एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने (Anti Human Trafficking Unit) दिल्ली में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर 15 दिनों में इनको मुक्त कराया है।
बच्चियों का जिले में पुनर्वास कराया
जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी अल्ताफ खान ने बताया कि ये बच्चे अब एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग के (Human Trafficking) रामजानुल हक, मिथलेश ठाकुर,अजय कुमार शर्मा, उषा देवी एवं फुलमनी बोदरा की निगरानी में रहेंगे। इन बच्चियों का जिले में पुनर्वास कराया जाएगा।
साथ ही इन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ते हुए स्पॉन्सरशिप योजना का (Sponsorship Scheme) भी लाभ दिलाया जाएगा। कई बच्चियों के शारीरिक शोषण किए जाने संबंधी दिल्ली में केस भी दर्ज हैं।
बच्चियों को बहला-फुसलाकर उन्हें दिल्ली लाते हैं
उल्लेखनीय है कि मानव तस्करी पर झारखंड सरकार (Jharkhand Goverment) तथा महिला एवं बाल विकास विभाग ( Women and Child Development Department) काफी संवेदनशील है।
यही कारण है कि दिल्ली में एकीकृत पुनर्वास संसाधन केंद्र चलाया जा रहा है, जिसकी नोडल ऑफिसर नचिकेता हैं। दिल्ली में मुक्त कराई गई सभी बच्चियों को दलाल के माध्यम से ले जाया गया था।
झारखंड में ऐसे बहुत दलाल सक्रिय हैं जो छोटी बच्चियों को बहला-फुसलाकर उन्हें दिल्ली लाते हैं और घरों में काम दिलाने के बहाने उन्हें बेच देते हैं।