नई दिल्ली : म्यामांर में सेना द्वारा आंग सान सू ची की निर्वाचित सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिए जाने के बाद करीब एक महीने के दौरान वहां से कम से कम 12 लोगों ने भारतीय सीमा पार करके मिजोरम में शरण ली है ।
अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी है और बताया है कि अभी इनकी पहचान की जानी बाकी है। खबरों के मुताबिक, इन 12 लोगों में म्यांमार के तीन पुलिसकर्मी भी है जो सेना के आदेशों से बचने के लिए भारतीय सीमा में घुस गए हैं। ये तीनों पुलिसकर्मी सर्छिप जिले में शरण लिए हुए हैं।
इन तीनों पुलिसकर्मियों का कहना है कि आदेश न मानने की वजह से सेना उनके पीछे पड़ी हुई है जिसके कारण वे भागकर मिजोरम आ गए हैं।
हालांकि, सूत्रों के मुताबिक तीनों में से किसी भी पुलिसकर्मी ने आधिकारिक तौर पर भारत में शरण लेने के लिए आवेदन नहीं किया है लेकिन इन्हें मानवीयता के आधार पर शरण दी गई है।
कुल आठ लोग सर्छिप जिले में दाखिल हुए जबकि चार अन्य लोग चंफाई जिले पहुंचे।
सर्छिप के उपायुक्त कुमार अभिषेक ने बताया कि एक ही परिवार के कुछ सदस्यों समेत पांच लोग गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय सीमापार करके जिले में दाखिल हुए जबकि तीन अन्य ने तीन मार्च को ऐसा किया।
उन्होंने बताया कि आठ लोग फिलहाल लुंगकावह में सामुदायिक सभागार में रखा गया है और जिला प्रशासन उन्हें भोजन उपलब्ध करवा रहा है।
चंफाई की उपायुक्त मारिया सी टी जुआली ने बताया कि हाल ही में म्यामांर से लोग जिले में आए हैं।
उपायुक्त ने बताया कि हाल ही में म्यांमार से 100 से अधिक लोग मिजोरम में शरण लेने के लिए सीमा पार करने का प्रयास किया लेकिन असम राइफल्स ने उन्हें रोक दिया।