बेंगलुरु: कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने शनिवार को कहा कि 25 नवंबर से अब तक ब्रिटेन से लौटे 2,500 यात्रियों में से 14 कोरोना पॉजिटिव पाए गए।
उनके नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग जांच के लिए भेजे गए हैं, ताकि कोरोना की नई किस्म का पता लगाया जा सके।
सुधाकर ने पत्रकारों को बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने 22 दिसंबर तक 2,500 यात्रियों में से 1,638 लोगों की जांच की है।
उन्होंने कहा, 1,638 में से 14 यात्री पॉजिटिव पाए गए हैं।
पॉजिटिव लोगों के सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो-साइंसेज (निमहंस) को भेजा गया है।
निमहंस इन परीक्षणों का संचालन करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा चुने गए 10 संस्थानों में से एक है।
निमहंस के साथ, बेंगलुरु में नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल साइंसेज (एनसीबीएस) भी परीक्षण कर सकता है।
सुधाकर ने कहा कि जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट की रिपोर्ट आने में कम से कम तीन से चार दिनों की प्रक्रिया है।
उन्होंने कहा, ब्रिटेन में पाए गए नए स्ट्रेन का पता चलाने के लिए 14 पॉजिटिव सैंपलों की जांच हो रही है। जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट में कुछ समय लग रहा है।