Ranchi: झारखंड सरकार ने 15 आईएएस अधिकारियों का तबादला और नई नियुक्तियां की हैं। इन बदलावों में सबसे ज्यादा चर्चा पूजा सिंघल को लेकर हो रही है। वह पहले मनरेगा घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल जा चुकी हैं और अब जमानत पर रिहा हुई हैं। सरकार ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देते हुए सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग का सचिव बनाया है। इसके साथ ही उन्हें झारखंड कम्युनिकेशन नेटवर्क लिमिटेड (JKNL) के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी (CEO) का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है।
पूजा सिंघल को क्यों मिली नई जिम्मेदारी?
पूजा सिंघल झारखंड की चर्चित आईएएस अधिकारी रही हैं। मनरेगा घोटाले के आरोपों के कारण उन्हें निलंबित कर दिया गया था, लेकिन अब उन्हें दोबारा महत्वपूर्ण पद दिया गया है। इस फैसले के बाद राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।
अन्य IAS अधिकारियों के तबादले और नई जिम्मेदारियां
सरकार ने सिर्फ पूजा सिंघल ही नहीं, बल्कि 15 अधिकारियों के कार्यभार में बदलाव किया है। इनमें कई अनुभवी और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
महत्वपूर्ण बदलाव:
- विप्रा भाल (2006 बैच) – उन्हें परिवहन विभाग का सचिव बनाया गया है। इसके साथ ही उन्हें परिवहन आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है।
- मस्तराम मीणा – उन्हें पेयजल एवं स्वच्छता विभाग का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है।
- कृपानंद झा – उन्हें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का सचिव बनाया गया है।
सबसे ज्यादा जिम्मेदारी अरवा राजकमल को
2008 बैच के आईएएस अधिकारी अरवा राजकमल को सबसे ज्यादा विभागों का प्रभार सौंपा गया है। उन्हें भवन निर्माण विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग और उद्योग विभाग का सचिव बनाया गया है। इसके अलावा, वे झारखंड स्टेट मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (JSMDC) के अध्यक्ष भी होंगे।
अन्य प्रमुख बदलाव:
- जितेंद्र सिंह – पहले वे खान विभाग में थे, अब उन्हें श्रम, नियोजन एवं कौशल विकास विभाग का सचिव बनाया गया है।
- कंचन सिंह – झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (JSLPS) की सीईओ नियुक्त की गई हैं।
- विजय कुमार सिन्हा – उन्हें उत्पाद आयुक्त और झारखंड राज्य बेवरेजेज कॉरपोरेशन लिमिटेड का एमडी बनाया गया है।
- सीता पुष्पा – उन्हें स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की संयुक्त सचिव की जिम्मेदारी दी गई है।
प्रशासनिक फेरबदल का असर
इन तबादलों से झारखंड सरकार का प्रशासनिक ढांचा कुछ हद तक बदला है। जहां कुछ अधिकारियों को पदोन्नति और बड़ी जिम्मेदारियां मिली हैं, वहीं कुछ को विभाग बदलकर नई चुनौतियां दी गई हैं।
सबसे ज्यादा चर्चा पूजा सिंघल को दी गई जिम्मेदारी की हो रही है। उन पर पहले गंभीर आरोप लगे थे, लेकिन अब सरकार ने उन्हें आईटी सचिव जैसा महत्वपूर्ण पद सौंपा है। यह फैसला कई लोगों के लिए चौंकाने वाला है और इस पर राजनीति भी हो सकती है।