अहमदाबाद: तापी सोनगढ़ मामले में पूर्व वन मंत्री कांति गामित की पोती की सगाई में कोरोना नियमों के उल्लंघन के मामले में हाई कोर्ट के स्वत: संज्ञान लेने के बाद राज्य सरकार हरकत में आई है।
इस मामले में पुलिस ने पूर्व मंत्री कांति गामित, उनके पुत्र जीतू गामित सहित अठ्ठारह लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा कार्यक्रम में मौजूद तीन पुलिसकर्मियों को निलम्बित किया गया है।
दरअसल, कोरोना संकट के दौरान भाजपा के पूर्व मंत्री कांति गामित ने अपनी पोती की सगाई का कार्यक्रम सार्वजनिक रूप से किया गया था।
इस कार्यक्रम में कोरोना नियमों का उल्लंघन कर छह हजार की भीड़ जुटी थी। कार्यक्रम का वीडियो वायरल होने के बाद हाई कोर्ट ने इसका स्वत: संज्ञान लिया और राज्य सरकार को कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए थे।
इस पुलिस ने मामला दर्ज कर पूर्व मंत्री कांति गामित, उनके पुत्र जीतू गामित सहित मंडप वाला, रसोईवाला, वीडियोग्राफर और एक भाजपा कार्यकर्ता सहित अठ्ठारह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इसके अलावा प्रशासन दोसवाड़ा बीट के एएसआई अनिरुद्ध सिंह देवसिंह सोलंकी, पीआईसी के चौधरी और हेड कांस्टेबल नीलेश मणिलाल को निलंबित कर गिरफ्तार कर लिया गया है।
इन सभी पर लोगों के जीवन को खतरे में डालने के लिए धारा 308 लगाई गई है।
इस संबंध में तापी जिले के पुलिस प्रमुख सुजाता मजूमदार ने कहा कि कार्यक्रम का वीडियो जब्त किया गया है और इसी के आधार पर एक-एक करके कार्रवाई की जा रही है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
पुलिस ने 18 लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में मौजूद तीन पुलिसकर्मियों पीआई, बीट जमादार और कांस्टेबल को निलंबित कर उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
जीतू गामित इस कार्यक्रम के आयोजक थे। उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करके अब धारा 308 को जोड़ा गया है, जो गैर-जमानती है। इन पर महामारी अधिनियम सहित आईपीसी की धाराओं के तहत मुकदमा चलाया जायेगा है।
उल्लेखनीय भाजपा नेता कांति गामित ने अपनी पोती की सगाई के लिए लगभग 6,000 लोगों को इकट्ठा किया था।
इस संबंध वीडियो वायरल होने के बाद कोरोना नियमों के उल्लंघन मामले मेें गुजरात हाई कोर्ट ने इस मामले का स्वत: संज्ञान लेकर दोषियों के खिलाफ गैर-जमानती मामला दर्ज करने के लिए तापी जिला पुलिस प्रमुख को निर्देश दिया था।
इस पर भाजपा नेता कांति गामित सहित अन्य लोगों के खिलाफ जिले के सोनगढ़ पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। सरकार ने भी मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
इस संबंध में भाजपा नेता कांति गामित ने कहा, “हमने किसी को फोन नहीं किया। हर कोई व्यक्ति अपने आया। हर साल हम तुलसी विवाह दिवस को इसी तरह मनाते हैं। इस बार मेरी पोती की सगाई हुई थी।
हम कोरोना के दिशानिर्देश के बारे में जानते थे। उन्होंने कहा कि गांवों में कोई कोरोना संक्रमित नहीं है। इसलिए यहां के लोग मास्क भी नहीं पहनते हैं।