बीजिंग: 2020 अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के शांतिपूर्ण उपयोग की अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी (संक्षिप्त में तीसरी अंतरिक्ष महासभा कहा जाता है) आगामी 18 से 19 नवम्बर तक पेइचिंग में आयोजित होगी।
मौजूदा संगोष्ठी की थीम एक ही अंतरिक्ष, एक ही घर है। इसे अंतरिक्ष दावोस मंच को भी नामांकित किया जाता है। इस वर्ष की महासभा ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से आयोजित की जाएगी।
पेइचिंग में एक प्रमुख आयोजन स्थल स्थापित किया जाएगा, जबकि चीन, अमेरिका, यूरोप आदि जगहों में 20 से अधिक केंद्रीय शहरों में नेटवर्क शाखा सम्मेलन साथ-साथ आयोजित किए जाएंगे।
तीसरी अंतरिक्ष महासभा के सचिवालय के संबंधित अधिकारी के मुताबिक, मौजूदा महासभा में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के शांतिपूर्ण उपयोग, बहुपक्षीय सहयोग, स्वस्थ अनुप्रयोग, वैज्ञानिक प्रसार और शिक्षा को मिशन बनाया गया।
इसी दौरान वैश्विक अंतरिक्ष नवाचार तकनीक के शांतिपूर्ण उपयोग पर गहन रूप से विचार विमर्श किया जाएगा। 96 देशों में 1200 अकदमीशियनों से गठित अंतरराष्ट्रीय एस्ट्रोनॉटिक्स अकादमी बुद्धिमत्ता समर्थन मुहैया करवाएगी, जबकि विश्व के 30 से अधिक वैज्ञानिक अनुसंधान संस्थाओं के वैज्ञानिक, अकदमीशियन और संबंधित उद्योग नेता अंतरिक्ष तकनीक और मानव स्वास्थ्य, अंतरिक्ष सूचना प्रौद्योगिकी और सामाजिक आर्थिक विकास, अंतरिक्ष तकनीक और व्यवसायिक निवेश, अंतरिक्ष वैज्ञानिक शिक्षा आदि क्षेत्रों में अनुसंधान फल को साझा करेंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, तीसरी अंतरिक्ष महासभा के दौरान एक प्रमुख मंच और पांच शाखा मंच आयोजित किए जाएंगे। देसी-विदेशी चिकित्सा स्वास्थ्य, संचार, नेविगेशन, रिमोट सेंसिंग, शिक्षा और वित्त जैसे संबंधित क्षेत्रों में हजार से अधिक संस्थाएं एक ही समय में भाग लेंगी।
अनुमान है कि महासभा में इन्टरनेट के माध्यम से आपसी-संवाद करने वालों की संख्या 1 लाख से अधिक होगी। अंतरराष्ट्रीय एस्ट्रोनॉटिक्स अकादमी के महासचिव जीन-मिशेल कॉंटेंट ने कहा कि तीसरी अंतरिक्ष महासभा विश्व में सबसे बड़ी अंतरिक्ष बैठक होगी।