तिरुवनंतपुरम: तिरुवनंतपुरम के मुडवानमुगल से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की पार्षद आर्या राजेंद्रन ने नगर निगम के नए महापौर के रूप में शपथ ली। वह 21 साल की हैं।
आर्या यहां के ऑल सेंट्स कॉलेज में बीएससी (गणित) द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं।
उन्होंने मीडिया को बताया कि वह सिटी मेयर की जिम्मेदारी संभालने के साथ-साथ अपनी पढ़ाई भी जारी रखेंगी।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के पी.के. राजू तिरुवनंतपुरम नगर निगम के उपमहापौर हैं।
उधर, कोल्लम में माकपा के प्रसन्ना अर्नेस्ट ने महापौर के रूप में शपथ ली।
कोल्लम के महापौर के रूप में यह उनका दूसरा कार्यकाल है।
शपथ ग्रहण के बाद उन्होंने मीडिया को बताया कि उनकी महत्वाकांक्षा कोल्लम को राज्य का सर्वश्रेष्ठ नगर निगम बनाने की है।
माकपा के एम. अनिलकुमार ने एर्नाकुलम निगम के महापौर के रूप में शपथ ली।
इस निगम को राज्य का सबसे अमीर निगम माना जाता है।
वाम मोर्चा ने युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) को बेदखल कर इस निगम पर कब्जा जमाया है। स्थानीय समस्याओं को हल करना नए महापौर के लिए बड़ी चुनौती होगी।
त्रिशूर में, वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) और माकपा ने कांग्रेस के बागी नेता वी.के. वर्गीज को महापौर चुना है।
वर्गीज, एक सैन्य अधिकारी थे, सेवानिवृत्ति के बाद वह सक्रिय राजनीति में आए हैं।
कांग्रेस पार्टी ने जब उन्हें टिकट नहीं दिया, तब उन्होंने बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
वर्गीज दो साल के कार्यकाल के लिए महापौर होंगे और फिर बाकी तीन वर्षो के लिए मकापा का कोई के नेता यह पद संभालेंगे।
कोझिकोड में, सेवानिवृत्त शिक्षिका व माकपा की नेता बीना फिलिप ने महापौर के रूप में शपथ ली।
उसने मीडियाकर्मियों से कहा कि वह कोझिकोड को एक विश्वस्तरीय शहर के रूप में विकसित करना चाहती हैं और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए वह पार्टी की तर्ज पर एकजुट होकर काम करेंगी।
सिर्फ कन्नूर नगर निगम में महापौर का पद कांग्रेस नेता को मिला है।
पार्टी नेता टी.ओ. मोहनन ने महापौर के रूप में शपथ ली।
उन्होंने कहा कि वह कन्नूर को देश की हथकरघा राजधानी बनाने का प्रयास करेंगे। कन्नूर में बुनकरों की संख्या अधिक है और इस क्षेत्र से हैंडलूम वस्त्रों का काफी निर्यात होता है।