कोटा: राजस्थान में हाडौती के तीन जिलों कोटा, झालावाड एवं बारां में पिछले एक सप्ताह में 219 कौओं की अचानक मौत हो जाने से क्षेत्र में बर्ड फ्लू का खतरा मंडराने लगा है।
राज्य सरकार ने रविवार को अधिकारियों की एक आपात बैठक बुलाई।
पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि घटना को गंभीरता को देखते हुये निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है।
वन्यजीव विभाग ने कई कौओं की मौत हो जाने पर क्षेत्र में बर्ड फ्लू अलर्ट जारी किया है तथा नियंत्रण के लिए एडवाइजरी भी जारी की गई है।
कटारिया ने कहा कि यह गंभीर मुद्दा है, जिस पर त्वरित कार्यवाही दल की टीमें नियमित निगरानी कर रही हैं।
कुछ दिन पहले झालावाड़ में राडी के बालाजी परिसर में 50 कौओं की मौत हो जाने के बाद जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि की गई है। झालावाड़ जिले के विभिन्न हिस्सों में 100 कौओं की अचानक मौत हो जाना चिंताजनक है।
राज्य के प्रमुख शासन सचिव कुंजी लाल मीणा ने बताया कि अब तक कोटा, झालावाड और बारां जिले में कुल 219 कौओं की मौत हो चुकी है।
इनमें कोटा जिले के रामगंजमंडी, मोडक स्टेशन एवं सुकेत में 47, झालावाड़ जिले में झालावाड़, पनवाड और सुनेल में 100 एवं बारां जिले के माथना में 72 कौओं की मौतें हुई हैं।
बूंदी में कोई मौत नहीं हुई है। हम प्रभावित क्षेत्रों में जागरुकता एवं स्थिति पर नियंत्रण के लिए प्रयास कर रहे हैं।
इसी तरह, राज्य में नागौर जिले में 1 जनवरी को 52 मोर एवं 100 पक्षियों की अचानक मौत हो गई।
जिनके कारणों का पता नहीं चल सका है। झालावाड़ जिले के पनवाड गांव में 60 हंसों की मौत हो गई है।
अकारण हुई मौत की इन घटनाओं से सर्दी के मौसम में राज्य के जल सघन क्षेत्रों में अप्रवासी पक्षियों के आगमन और उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता और बढ़ गई है।