न्यूज़ अरोमा रांची: तमिलनाडु के कोयंबटूर में दलालों के चंगुल में फंसी झारखंड की 24 बच्चियों को मुक्त करा लिया गया है। 24 बच्चियों को चेन्नई से एअरलिफ्ट कर बुधवार सुबह रांची लाया गया।
मुक्त कराई गई सभी बच्चियां पश्चिम सिंहभूम और सरायकेला जिले के विभिन्न इलाकों की रहने वाली हैं।
अब सभी को इनके घर भेजने की तैयारी की जा रही है। फिया फाउंडेशन के समन्वयक संदीप डुंगडुंग ने बताया कि लड़कियों का परिजनों के पास फोन आने पर राज्य सरकार को इसकी जानकारी दी गई।
सरकार के आदेश के बाद श्रम विभाग के सहयोग से सभी को मुक्त करा कर एअरलिफ्ट कर चेन्नई से दिल्ली के रास्ते रांची लाया गया।
मुक्त कराई गई राधिका ने बताया कि वह 3 अक्टूबर को रांची से कोयंबटूर सिलाई का काम करने गई थी।
वहां उन्हें दवा कंपनियां में पहुंचा दिया गया। वहाँ उसे दोनों टाइम का खाना सही तरीके से नहीं दिया जाता था।
उसने बताया कि बीमार होने पर उन्हें छुट्टी भी नहीं मिलती थी। मरियम पूर्ति ने बताया कि उन्हें 12000 रुपए देने की बात कही गई थी। लेकिन 5000 रुपये ही मिलते थे।
जिन लड़कियों ने इसका विरोध किया तो उन्हें अलग-अलग तरीके से प्रताड़ित किया जाने लगा।
खाना बंद कर दिया जाता था और कंपनी के बाहर निकाल दिया जाता था।
मुक्त कराई गई लड़कियों ने बताया कि परेशान होकर उन्होंने राज्य सरकार की मदद से चलाई जा रही थी फिया फाउंडेशन के कंट्रोल रूम में फोन किया।
उनकी मदद से वह सभी मुक्त कराई गई। दलाल हम लोगों से घर पहुंचाने के लिए सात से 10 हजार मांगते थे।