गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादनगर इलाके में एक श्मशान में रविवार को छत गिर जाने से 25 लोगों की मौत हो गई और 20 लोग घायल हो गए।
अधिकारियों ने कहा कि एक शव के अंतिम संस्कार में शामिल होने आए लोग भारी बारिश के बीच एक गलियारे की छत के नीचे जाकर खड़े थे, तभी छत गिर गई।
घटना की जानकारी रविवार सुबह उस समय हुई, जब एक फल विक्रेता के अंतिम संस्कार के लिए आए करीब 50 लोगों ने हाल ही में बने गलियारे की छत के नीचे शरण ली और चंद मिनटों बाद ढांचे की छत ढह गई।
रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए जिला प्रशासन ने नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) की टीमें बुलाई र्गई।
गाजियाबाद के पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि 20 घायलों में से आठ की हालत नाजुक है और उनका इलाज अलग-अलग अस्पतालों में किया जा रहा है।
वर्मा ने कहा, कॉरिडोर लगभग 25 फीट लंबा था और प्रथम ²ष्टया ऐसा लगता है कि भारी बारिश की वजह से यह नीचे आ गया।
अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया, पुलिस भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के विविध आरोपों के तहत मुरादनगर के ठेकेदार और अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
गाजियाबाद पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि देर रात एफआईआर दर्ज होने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद मेरठ मंडल आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक की देखरेख में मामले की जांच चल रही है।
गाजियाबाद नगर निगम (जीएमसी) और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) के अधिकारी भी उनकी सहायता कर रहे हैं।
मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने ढांचे के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली सामग्री को लेकर भी चिंता जताई।
उन्होंने कहा कि मलबे से पता चला कि निर्माण में बहुत कम सीमेंट का इस्तेमाल किया गया।
राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और हादसे में घायल लोगों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी हादसे पर दुख जताया।