गिरिडीह/रांची: अमरजीत एसपी बलिहार हत्याकांड (Amarjeet SP Balihar massacre) में शामिल 25 लाख के इनामी नक्सली और स्पेशल एरिया कमिटी के सदस्य नंदलाल सोरेन उर्फ हितेश उर्फ विजय दा उर्फ पवित्र दा और उसकी पत्नी चांदमुनी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
वह बीते एक दशक से फरार चल रहा था। चांदमुनी (Chandmuni) दुमका के कई नक्सली कांड में जेल जा चुकी है।
SP अमित रेनू और CRPF कमांडेंट ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि वर्ष 2013 में दुमका के तत्कालीन एसपी अमरजीत बलिहार समेत छह पुलिसकर्मियों की हत्या (Murder of policemen) नक्सली हमले में हुई थी।
इस हत्याकांड में नंदलाल सोरेन भी शामिल था। उन्होंने बताया कि नंदलाल सोरेन और उसकी पत्नी चांदमुनी को पीरटांड़ के कोडाडीह गांव से पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
SP ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली के खिलाफ दुमका में 26 मामले दर्ज हैं। इसके अलावा गिरिडीह के पीरटांड़ और डुमरी में भी छह मामले दर्ज है।
उन्होंने बताया कि नंदलाल का भतीजा चमन उर्फ लंबू भी संथाल परगना इलाके का हार्डकोर नक्सली (hardcore naxalite) है। गिरफ्तार नक्सली नंदलाल उर्फ हितेश दा पीरटांड़ थाना के बेलातांड के जोनराबेड़ा का रहने वाला है।
सर्च ऑपरेशन चलाकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया
नक्सली ने संथाल परगना के दुमका को पत्नी और भतीजा के साथ नक्सली संगठन के लिए कार्यक्षेत्र बना रखा था। वह संथाल परगना में संगठन के बीच स्पेशल एरिया कमिटी सेक सदस्य (Special Area Committee Sec Member) के रूप में जाना जाता था।
दोनों पति-पत्नी को जिला पुलिस बल के साथ SSB के जवानों ने पीरटांड़ के कोडाडीह गांव से उस वक्त दबोचा, जब वे संथाल परगना के दुमका पुलिस से बचते हुए गिरिडीह के पीरटांड़ इलाके में पहुंचे थे।
इसी दौरान गुप्त सूचना पर एएसपी अभियान गुलशन तिर्की के नेतृत्व में सीआरपीएफ कमांडेंट अच्युतानंद और डुमरी एसडीपीओ मनोज कुमार, डुमरी इंस्पेक्टर आदिकान्त महतो ने एसएसबी और जिला पुलिस बल के साथ कोडडीह गांव में सर्च ऑपरेशन (search operation) चलाकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।