पाकिस्तान में हुए आतंकी हमलों में इस साल 293 लोगों ने गंवाई अपनी जान

DG ने कहा कि इस साल, सुरक्षा बलों ने 8,269 बड़े और छोटे खुफिया-आधारित ऑपरेशन किए, जिसमें 1,535 आतंकवादी या तो मारे गए या गिरफ्तार किए गए

News Aroma Media

रावलपिंडी: Pakistan में इस साल जनवरी से अब तक हुए 436 आतंकवादी हमलों (Pakistan Terrorist Attacks) में कुल 293 लोग मारे गए और 521 घायल हुए हैं।

सेना की मीडिया शाखा ISPR ने यह जानकारी दी। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक (DG) अहमद शरीफ चौधरी ने एक प्रेस ब्रीफिंग (Press Briefing) में कहा, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में 219 घटनाओं में 192 लोग मारे गए और 330 घायल हुए, जबकि बलूचिस्तान में 206 हमलों में 80 लोगों की मौत हुई और 170 घायल हुए।

पाकिस्तान में हुए आतंकी हमलों में इस साल 293 लोगों ने गंवाई अपनी जान-293 people lost their lives in terrorist attacks in Pakistan this year

1,535 आतंकवादी या तो मारे गए या गिरफ्तार किए गए

उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि पंजाब और सिंध (Punjab and Sindh) प्रांतों में हुई 11 घटनाओं में कुल 21 लोग मारे गए और 21 अन्य घायल हो गए।

DG ने कहा कि इस साल, सुरक्षा बलों ने 8,269 बड़े और छोटे खुफिया-आधारित ऑपरेशन (Intelligence-Based Operations) किए, जिसमें 1,535 आतंकवादी या तो मारे गए या गिरफ्तार किए गए।

पाकिस्तान में हुए आतंकी हमलों में इस साल 293 लोगों ने गंवाई अपनी जान-293 people lost their lives in terrorist attacks in Pakistan this year

पाकिस्तान में कोई नो-गो एरिया नहीं

अधिकारी ने कहा कि देश भर में पुलिस, सुरक्षा बलों और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों (Security Forces and Other Law Enforcement Agencies) द्वारा रोजाना औसतन 70 से अधिक अभियान चलाए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा, जनता और सेना (People and Army) के अथक प्रयासों के कारण पाकिस्तान में कोई नो-गो एरिया नहीं है। हालांकि, कुछ इलाकों में आतंकवादियों के कई गुट सक्रिय हैं, जिनका रोजाना सफाया किया जा रहा है।

पाकिस्तान में हुए आतंकी हमलों में इस साल 293 लोगों ने गंवाई अपनी जान-293 people lost their lives in terrorist attacks in Pakistan this year

95 प्रतिशत शांति बहाली के बाद घर लौट आए

इन Operations के दौरान आतंकवादियों और उनके आकाओं के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं।उन्होंने कहा कि अभियान में 137 सैन्यकर्मी शहीद हुए जबकि 117 घायल हुए।

आदिवासी इलाकों (Tribal Areas) में चलाए गए अभियानों के बाद आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनमें से 95 प्रतिशत शांति बहाली के बाद घर लौट आए हैं।