मुंबई: देश में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के बाद से मुंबई में शुक्रवार को पहली बार एक ही दिन में 3,000 से अधिक कोविड-19 मामले दर्ज किए गए हैं।
मुंबई के साथ ही पूरे प्रदेश में ही कोरोना का कहर जारी है। इस बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चेतावनी दी है कि भविष्य में लॉकडाउन ही एक विकल्प है।
पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में 25,681 नए कोरोना मामले जुड़ गए हैं, जो कि गुरुवार को उच्चतम 25,833 नए रोगियों से भी अधिक हैं। राज्य में अभी तक कुल 24,22,021 कोरोना मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
इसी तरह अकेले मुंबई में ही पिछले 24 घंटों के दौरान 3,063 नए मामले सामने आए, जिसके बाद शहर में कुल मामलों की संख्या 355,914 तक पहुंच गई, जिससे नागरिक स्वास्थ्य अधिकारियों को झटका लगा।
दूरदराज के आदिवासी इलाकों में चल रहे टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा के बाद नंदुरबार में ठाकरे ने मीडियाकर्मियों से कहा, लॉकडाउन भविष्य के लिए एक विकल्प है, क्योंकि मैं इसे देख सकता हूं। लेकिन मैं सभी लोगों से स्वैच्छिक सहयोग की उम्मीद करता हूं।
स्वास्थ्य सचिव प्रदीप व्यास ने आगाह किया कि यदि मामलों में मौजूदा दर से वृद्धि जारी रही, तो 1 अप्रैल तक, राज्य के सक्रिय मामले वर्तमान 1.77 लाख से 3 लाख हो सकते हैं।
ठाकरे ने यह भी स्पष्ट किया कि जिन लोगों को टीका लगाया गया है और जो अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं उन्हें अनिवार्य रूप से मास्क पहनना होगा, शारीरिक दूरी बनाए रखनी होगी और स्वच्छता सुनिश्चित करनी होगी।
उन्होंने कहा, अब एक साल हो गया है और हम महामारी से जूझ रहे हैं। हमने इसे नियंत्रण में लाया है, लेकिन अब अचानक उछाल आया है, जो चिंता का विषय है।
सरकार ने सभी सिनेमा हॉल, ऑडिटोरियम, ड्रामा हॉल आदि को केवल 50 प्रतिशत की क्षमता पर संचालित करने और सभी मानदंडों का पालन करने का आदेश दिया है।
दिन के दौरान 70 और मौतों के साथ, राज्य में मरने वालों की संख्या बढ़कर 53,208 हो गई है।