लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पंचायतों को हाईटेक बनाया जा रहा है।
सरकार ने 31,149 ग्राम पंचायतों को ऑप्टीकल फाइबर से जोड़ दिया गया है। अब अगले 60 दिनों में 14,100 ग्राम पंचायतों को ऑप्टीकल फाइबर से जोड़ा जाएगा।
नेशनल ब्रॉडबैंड मिशन के तहत राज्य के हर गांव को ब्रॉडबैंड से जोड़ने को लेकर योगी सरकार के तय किये गए लक्ष्य के तहत राज्य के 75 जिलों की कुल 58,194 ग्राम पंचायतों को 31 दिसंबर 2022 तक जोड़ा जाना है।
जिन 31,149 ग्राम पंचायतों को ऑप्टीकल फाइबर से जोड़ दिया गया है, वहां इंटरनेट के जरिये तमाम सरकारी कार्य होने लगे हैं।
इसके साथ ही वहां जल्दी ही स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की जाएगी। अभी इंटरनेट की खराब कनेक्टिविटी की वजह से ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
अब इस समस्या से 31,149 ग्राम पंचायतों के अधीन आने वाले स्कूलों के बच्चों को नहीं जूझना पड़ेगा।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने देश के हर गांव को तेज स्पीड वाली ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी से जोड़ने का फैसला किया था। सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत ग्रामीण भारत में बड़े पैमाने पर डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्च र स्थापित करने संबंधी राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन की शुरूआत दो वर्ष पूर्व की गई।
जिसके तहत राज्य के 75 जिलों की कुल 58,194 ग्राम पंचायतों को ऑप्टीकल फाइबर से 31 दिसंबर 2022 तक जोड़ने का लक्ष्य तय किया गया। तीन चरणों में इस लक्ष्य को पूरा करना था।
भारत सरकार के राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन के तहत सूबे के ग्रामीण एवं सुदूर क्षेत्रों में हाईस्पीड ब्रॉडबैंड सेवा की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए 50 लाख किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाई जानी थी।
इसके अलावा टावर घनत्व को प्रति एक हजार की आबादी पर 0.42 से बढ़ाकर 1.0 किया जाना तय किया गया था।
ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं की पहुंच सुगम हो सके और इंटरनेट सेवा की गुणवत्ता भी बेहतर रहे।
इन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मुख्यसचिव आरके तिवारी ने अपनी अध्यक्षता में एक राज्य ब्रॉडबैंड समिति का गठन किया।
जिसमें आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के अलावा कई अन्य विभागों के प्रमुख अफसरों को शामिल किया गया।
राज्य स्तरीय इस ब्रॉडबैंड समिति की देखरेख में पहले चरण में यूपी ईस्ट की 17,903 ग्राम पंचायतों और यूपी वेस्ट की 10,481 ग्राम पंचायतों को बीते 31 दिसंबर तक ऑप्टीकल फाइबर से जोड़ा दिया गया।
इस मिशन के अब दूसरे चरण में यूपी ईस्ट की 17,032 और यूपी वेस्ट की 2,195 ग्राम पंचायतों को इसी 31 मार्च तक जोड़े जाने का लक्ष्य तय हुआ है। जिसे अब 30 अप्रैल तक बढ़ाया जाएगा। इसके बाद तीसरा चरण शुरू होगा।
आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के अफसरों के अनुसार अगले 60 दिनों में दूसरे चरण के तय लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा, यानि की राज्य की 45,416 ग्राम पंचायतों (ब्लाक मुख्यालय सहित) तक ऑप्टीकल फाइबर पहुंचकर ब्रॉडबैंड इंटरनेट उपलब्ध करा दिया जाएगा।
इसके बाद शेष बची ग्राम पंचायतों तक ऑप्टीकल फाइबर पहुंचाने की कार्यवाही शुरू की जायेगी। कुल मिलाकर वर्ष 2022 के अंत तक राज्य की सभी 58,194 ग्राम पंचायतों तक ऑप्टीकल फाइबर पहुंच जाएगा और ब्रॉडबैंड इंटरनेट से चलने वाली सरकारी सर्विस का लाभ आम लोगों को मिलने लगेगा।
स्कूलों में आन लाइन पढ़ाई से लेकर सरकार की तमाम सेवा लोगों को मिल पाएंगी।