नई दिल्ली: केंद्र ने गुरुवार को कहा कि देश में ब्रिटेन में सामने आए कोविड-19 के नए वेरिएंट के और पांच मामलों का पता चला है, जिनके साथ कुल मामले 25 हो गए हैं।
इन पांच नए मामलों में से चार पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी और एक सीएसआईआर इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी, दिल्ली में पाए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, सभी 25 व्यक्ति स्वास्थ्य सुविधाओं में आइसोलेशन में हैं।
वहीं 20 अन्य मामलों में से आठ दिल्ली के नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल में, 7 बेंगलुरु के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो-साइंसेज में और दो हैदराबाद सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी में दर्ज हुए हैं।
इसके अलावा कोलकाता के पास नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जीनोमिक्स, पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी और सीएसआईआर इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी में एक-एक मामले दर्ज हुए हैं।
केंद्र सरकार ने घोषणा की थी कि मंगलवार को छह ब्रिटेन रिटर्न लोगों में नए वेरिएंट जीनोम का संक्रमण पाया गया था और इन सभी लोगों को स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं में आइसोलेशन में रखा गया है।
ब्रिटिश सरकार ने हाल ही में घोषणा की थी देश में पाए गए कोविड-19 वायरस का नया म्यूटेंट 70 प्रतिशत तक अधिक संक्रामक है।
वहीं नए ब्रिटेन वेरिएंट के मामले डेनमार्क, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर में पहले ही दर्ज किए जा चुके हैं।
ब्रिटिश सरकार द्वारा घोषणा किए जाने के बाद भारत सरकार ने नए वेरिएंट की रिपोर्टों का संज्ञान लिया था और इसका पता लगाने और इसके निवारण के लिए रणनीति बनाई थी।
इसके मद्देनजर 23 दिसंबर की आधी रात से 31 दिसंबर तक ब्रिटेन से आने वाली सभी उड़ानों का अस्थायी निलंबन शामिल था। बाद में इसे 7 जनवरी तक बढ़ा दिया गया था।
वहीं 25 नवंबर से 23 दिसंबर की मध्यरात्रि तक लगभग 33,000 यात्री ब्रिटेन से विभिन्न भारतीय हवाईअड्डों पर पहुंचे।
इन सभी यात्रियों को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आरटी-पीसीआर टेस्ट से गुजरना पड़ा और उन पर निगरानी रखी जा रही है।