रांची: झारखंड पुलिस और नक्सली के बीच वर्ष 2020 में 50 मुठभेड की घटना हुई है। पुलिस मुख्यालय के अनुसार इस दौरान अलग-अलग नक्सली संगठन के 14 नक्सली मारे गये और एक जवान शहीद हुआ है।
इस वर्ष राज्य के कुल 121 नक्सल घटनाएं हुईं। इसमें 28 आम लोग भी मारे गए।
नक्सलियों ने 27 लोगों की हत्या भी की, इस दौरान नक्सलियों ने चार बार पुलिस पर हमला किया।
नक्सलियों ने इस वर्ष आगजनी की 17 वारदातों को अंजाम दिया।
इस वर्ष सबसे अधिक भाकपा माओवादी ने 52 घटनाओं को अंजाम दिया। पीएलएफआई से 41, टीपीसी 13, जेजेएमपी 13 और एसजेएमएम ने 02 घटनाओं को अंजाम दिया है।
झारखंड पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 453 नक्सली को गिरफ्तार किया है। 276 आईडी और 3,666 डेटोनेटर बरामद किया है।
इसके अलावा पुलिस की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर अलग-अलग नक्सली संगठन के 14 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष सरेंडर भी किया है।
सोशल मीडिया से पुलिस को 7,909 सूचनाएं
झारखंड पुलिस को सोशल मीडिया पर काफी सूचनाएं मिल रही हैं। पिछले 13 अप्रैल से लेकर 22 दिसंबर तक झारखंड पुलिस को सोशल मीडिया के माध्यम से 7,909 घटना से संबंधित जानकारी मिली।
जिसमें झारखंड पुलिस ने 7,385 मामले में कार्रवाई की है।
बाकी 522 मामले पेंडिंग हैं। पूरे झारखंड में इस वर्ष 28,578 अपराधी गिरफ्तार हुए।
कार्रवाई में 125 हथियारों के साथ 128 गिरफ्तार
डीजीपी एमवी राव के निर्देश पर इस बार बीते 16 नवंबर से लेकर 25 दिसंबर तक पूरे राज्य में अवैध हथियार के खिलाफ अभियान चलाया गया।
झारखंड पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 125 हथियार बरामद किए और अलग अलग हथियार की 1,869 गोलियां भी बरामद की।
इसके अलावा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अवैध हथियार के साथ 128 लोगों को गिरफ्तार भी किया।
वहीं अवैध कारोबार के खिलाफ बीते 1 नवंबर से लेकर 25 दिसंबर तक पूरे राज्य में अभियान चलाया गया, इस दौरान पूरे से राज्य में 20,410 किलो जावा महुआ, देशी शराब 72,250 लीटर, अंग्रेजी शराब 17,045 लीटर, अफीम 60 किलो, डोडा 1,269 किलो, ब्राउन शुगर 98 किलो और 429 लोग गिरफ्तार हुए।