नई दिल्ली: जीवन बीमा निगम (LIC) आईपीओ (IPO) को लेकर शेयर बाजार बेसब्री से इंतजार कर रहा है पर यह प्रतीक्षा जल्द ही खत्म होने जा रही है अगले सप्ताह खुलने वाला है।
एलआईसी का मेगा आईपीओ और इसके लिए सरकार ने ही नहीं, बल्कि निवेशकों ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
छोटे निवेशकों के अलावा एलआईसी के पॉलिसीधारकों के लिए भी यह बड़ा मौका है।
निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के निदेशक राहुल जैन के अनुसार, एलआईसी के करीब 6.48 लाख पॉलिसीधारकों ने आईपीओ में बोली लगाने की मंशा जताई है।
हमारे पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, 28 फरवरी की अंतिम तिथि तक 6.48 करोड़ पॉलिसीधारकों ने अपने पैन नंबर को पॉलिसी के साथ जोड़ लिया है। इसका मतलब है कि अब वे आईपीओ में बोली लगाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
LIC के IPO में पॉलिसीधारकों को दोहरा लाभ दिया जाएगा। एक तरफ तो कुल शेयरों में से 10 फीसदी को उनके लिए आरक्षित रखा जाएगा। वहीं, दूसरी ओर पॉलिसीधारकों को प्रति शेयर 60 रुपये का डिस्काउंट भी मिलेगा।
प्रति शेयर का मूल्य 902-949 रुपये रखा जाएगा
कंपनी ने करीब 21 हजार करोड़ रुपये के शेयर बेचने की तैयारी की है और प्रति शेयर का मूल्य 902-949 रुपये रखा जाएगा।
राहुल जैन ने कहा, 28 फरवरी तक अपनी पॉलिसी से पैन कार्ड के विवरण को जोड़ने वाले सभी पॉलिसीधारकों को आईपीओ के 10 फीसदी आरक्षित श्रेणी में बोली लगाने का मौका दिया जाएगा।
एलआईसी के मुताबिक, आईपीओ में छोटे निवेशकों को बोली लगाने का मौका तो दिया जाएगा लेकिन उनके लिए अधिकतम निवेश की सीमा तय कर दी गई है। पॉलिसीधारकों को अधिकतम दो लाख रुपये के शेयर खरीदने का मौका दिया जाएगा।
कंपनी का आईपीओ 4 मई को खुलकर 9 मई को बंद होगा
इतना ही नहीं खुदरा निवेशक भी आईपीओ में सिर्फ 2 लाख रुपये तक मूल्य के लिए ही शेयर खरीदने की बोली लगा सकेंगे। हालांकि, इसके लिए सभी पॉलिसीधारकों के पास डीमैट खाता होना बेहद जरूरी है। कंपनी का आईपीओ 4 मई को खुलकर 9 मई को बंद होगा।
पेटीएम मनी के सीईओ वरुण श्रीधर ने कहा, एलआईसी का आईपीओ आने वाला है, ऐसे में हमें विश्वास है कि हाल के दिनों में डीमैट खाता खोलने के लिए मई एक रिकॉर्ड महीना साबित होगा। एलआईसी ने दशकों से आम आदमी के मन में जो विश्वास पैदा किया है, उससे टियर 2 और 3 शहरों से बहुत से निवेशकों के आने की उम्मीद है।
चूंकि, आईपीओ में बोली लगाने के लिए डीमैट खाता होना जरूरी है, इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि डीमैट खातों की संख्या जबरदस्त रूप से बढ़ने वाली है।