नई दिल्ली: आईएएनएस सी-वोटर बजट इंस्टा-पोल के सर्वेक्षण के अनुसार, 60 प्रतिशत से अधिक लोगों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने बाजार में काले धन के प्रवाह पर अंकुश लगाने में कामयाबी हासिल की है।
और, यह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सोमवार को संसद में पेश किए गए केंद्रीय बजट 2021-22 में परिलक्षित भी होता है।
सर्वेक्षण के दौरान जब लोगों से पूछा गया कि आप इस बजट में काले धन विरोधी प्रावधानों के बारे में क्या सोचते हैं, तो कुल 23.9 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे काले धन पर अंकुश लगाने के लिए सरकार के ²ष्टिकोण से पूरी तरह से संतुष्ट हैं।
साथ ही 26 फीसदी लोगों ने यह भी कहा कि वे काले धन पर लगाम लगाने के लिए सरकार के उपायों से कुछ हद तक संतुष्ट हैं, जबकि 11.8 फीसदी लोगों ने कहा कि वे इस संबंध में सरकार द्वारा किए जा रहे उपायों से संतुष्ट हैं।
काले धन पर लगाम लगाने के लिए अब तक किए गए उपायों से लगभग 33 फीसदी लोग संतुष्ट नहीं थे।
सर्वेक्षण के अनुसार, 10 प्रतिशत लोग काले धन को नियंत्रित करने के सरकारी उपायों से असंतुष्ट या पूरी तरह से असंतुष्ट थे, जबकि 22.9 प्रतिशत लोग काले धन पर अंकुश लगाने के सरकार के उपायों से न तो संतुष्ट थे और न ही असंतुष्ट।
संसद में केंद्रीय बजट के लाइव प्रसारण के तुरंत बाद आईएएनएस सी-वोटर बजट इंस्टा-पोल किया गया। इस सर्वे में हर वर्ग से लगभग 1,200 लोगों को शामिल किया गया।
यह सर्वे, जो बजट की प्रस्तुति के बाद किया गया था, उसमें त्रुटि का मार्जिन राष्ट्रीय स्तर पर प्लस माइनस तीन प्रतिशत और क्षेत्रीय स्तर पर प्लस माइनस 5 प्रतिशत है।