नई दिल्ली: युद्धग्रस्त यूक्रेन के उत्तरपूर्वी सूमी शहर से निकाले गए 600 भारतीय छात्रों का आखिरी बड़ा समूह पोलैंड पहुंच गया है।
छात्र ल्वीव से पोलैंड के लिए एक विशेष ट्रेन में सवार हुए। उनके बृहस्पतिवार को भारत के लिए उड़ानों में सवार होने की संभावना है। छात्र एक विशेष ट्रेन से पोल्तावा से पश्चिमी यूक्रेन में ल्वीव पहुंचे थे।
मेडिकल की 25 वर्षीय छात्रा जिस्ना जिजी ने कहा, ‘‘हम पोलैंड पहुंच गए हैं, यहां से हमारे भारत के लिए उड़ान भरने की संभावना है।’’
यूक्रेन में परिवहन के विभिन्न माध्यमों का इस्तेमाल कर सैकड़ों मील की दूर तय करके छात्रों को युद्धग्रस्त यूरोपीय देश से निकाला जा रहा है।
भारत सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ अभियान चला रही है।
सूमी में यह अभियान मंगलवार सुबह शुरू हुआ जब 600 भारतीयों के आखिरी बड़े समूह को शहर से निकाला गया।
एक छात्र संयोजक अनशाद अली ने बताया कि ‘इंटरनेशल कमिटी ऑफ रेड क्रॉस’ की मदद से भारतीय नागरिकों को 13 बसों के काफिले में सूमी से ले जाया गया।
उन्हें सूमी से निकालने का यह दूसरा प्रयास था। पिछले महीने यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से सूमी में भारी गोलाबारी हो रही है।