गडग (कर्नाटक): कर्नाटक शिक्षा विभाग ने गडग जिले में हिजाब पहनकर आई छात्राओं को एसएसएलसी (कक्षा 10) की परीक्षा देने की अनुमति देने के लिए दो अधीक्षकों सहित 7 शिक्षकों को निलंबित कर दिया है।
विभाग ने निलंबित किए गए कर्मचारियों के खिलाफ जांच के भी आदेश दिए हैं। इन शिक्षकों और अधीक्षकों ने गडग के सी. एस. पाटिल परीक्षा केंद्र में सोमवार को हिजाब पहनकर आई लड़कियों को परीक्षा में बैठने की अनुमति दी थी।
इस बीच, श्रीराम सेने कलबुर्गी जिलाध्यक्ष, निंगन्ना गौड़ा पाटिल ने कलबुर्गी के प्रखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) के पास शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें जेवर्गी तालुक में इजेरी उर्दू स्कूल के शिक्षक मोहम्मद अली को हिजाब पहनकर परीक्षा लिखने की अनुमति देने के लिए निलंबित करने की मांग की गई है।
उन्होंने अपनी शिकायत में चेतावनी दी है कि अगर कार्रवाई नहीं की गई तो धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
कर्नाटक उच्च न्यायालय की विशेष खंडपीठ द्वारा हिजाब पहनकर कक्षाओं में जाने की अनुमति देने की मांग करने वाली याचिकाओं को खारिज करने के बाद, सरकार ने राज्य में परीक्षा लिखते समय हिजाब पहनने पर रोक लगा दी है।
अल्पसंख्यक समुदाय की अधिकांश छात्राएं स्कूल की ओर से निर्धारित वर्दी में और बिना हिजाब के परीक्षा में शामिल हो रहीं हैं। मुस्लिम छात्राओं के लिए बुर्का या हिजाब उतारने और फिर परीक्षा में शामिल होने के लिए अलग कमरे की व्यवस्था की जा रही है।
इससे पहले सोमवार को बेंगलुरु के राजाजीनगर में हिजाब पहनकर परीक्षा की निगरानी कर रही एक महिला निरीक्षक को हिजाब उतारने से मना करने पर निलंबित कर दिया गया था।
हिजाब हटाने के लिए कहने पर कई छात्राएं अनुपस्थित रहीं और परीक्षा केंद्रों से वापस चली गईं।
इस शैक्षणिक वर्ष में एसएसएलसी परीक्षा के लिए 8,73,846 छात्रों ने नामांकन किया है, जिसमें 4,52,732 छात्र और 4,21,110 छात्राएं हैं।
थर्ड जेंडर के चार छात्र और 5,307 दिव्यांग बच्चे भी परीक्षा दे रहे हैं। एसएसएलसी परीक्षा के पहले दिन 20,000 से अधिक छात्र अनुपस्थित रहे थे।
एसएसएलसी (कक्षा 10) की परीक्षाएं 28 मार्च से शुरू हुईं हैं और यह 11 अप्रैल तक आयोजित की जाएंगी।