कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में दिन दहाड़े एक आठ साल की मासूस को घर के सामने से ही अगवा कर उसका कथित रुप से यौन शोषण किया गया।
इसके बाद दरिंदों ने लड़की को मार कर पड़ोस के घर की सीढ़ियों पर फेंक दिया।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि हत्या करने से पहले मसूम पीड़िता को बेरहमी से पीटा गया है और उसका यौन शोषण किया गया। बच्ची के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
यौन शोषण की जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही मिलेगी।
पुलिस ने बताया कि पीड़िता अपने चाचा के घर जोरबागान में घूमने आई थी और देर शाम घर के सामने गली में खेल रही थी।
उसे आखिरी बार लगभग 8:30 बजे देखा गया था जिसके बाद वह लापता हो गई थी।
कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त मुरली धर ने कहा कि आज बच्ची का शव बगल की इमारत की तीसरी मंजिल पर सीढ़ी से मिला था।
स्निफर डॉग और फोरेंसिक टीम को कार्रवाई की जांच में लगाया गया है।
स्थानीय दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को स्कैन कर रहे है।
पुलिस को मौके से चाकू, कुछ टूटे हुए दांत और बालों के निशान मिले हैं। जो प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे।
इधर बाल अधिकारों की सुरक्षा के लिए पश्चिम बंगाल आयोग की चेयरपर्सन अनन्या चक्रवर्ती चटर्जी ने कहा स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पीड़ित को जानने वाले ने अपराध किया क्योंकि किसी के लिए भी उस गली से बच्चे का अपहरण करना मुश्किल होगा, जिस पर भीड़ थी।
हमने पुलिस कमिश्नर से रिपोर्ट मांगी है।
अगर यह साबित हो जाता है कि लड़की का यौन शोषण किया गया, पीटा गया और उसकी हत्या कर दी गई, तो दोषी को आजीवन कारावास की सजा मिलेगी।
न्यायाधीश ने उन्हें मौत की सजा भी सुना सकते हैं।