नई दिल्ली: अंगूर एक ऐसा फल है जिसे खाने में ज्यादा मेहनत नहीं लगती है, अंगूर मौसमी फल के साथ काफी मीठा और रसीला फल होता है।
अंगूर सभी का पसंदीदा फल है। बच्चे, बूढ़े से लेकर युवा भी अंगूर खाना पसंद करते हैं अंगूर को सुखाकर किशमिश बनाया जाता है।
किशमिश यह बहुत ही लोकप्रिय ड्राई फ्रुट है, किशमिश ज्यादातर मिठाइयों का स्वाद बढ़ाने के लिए मिक्स किया जाता है।
शायद आपको यह पता नहीं होगा कि अंगूर में 80 प्रतिशत पानी होता है, जबकि किशमिश में 15 प्रतिशत पानी होता है।
इसके बावजूद किशमिश में अंगूर की तुलना में लगभग तीन गुना एंटीऑक्सीडेंट की क्षमता होती है। लेकिन अंगूर में अधिक विटामिन होते हैं।
किशमिश की तुलना में अंगूर ज्यादा विटामिनयुक्त होता है।
अंगूर में विटामिन के, ई, सी, बी1 और बी2 की भरपूर मात्रा होती है। किशमिश में यह विटामिन कम मात्रा में पाए जाते हैं।
अंगूर और किशमिश की बड़े पैमाने पर वैराइटी उपलब्ध हैं। भारत में अंगूर की बहुत सी वैराइटी उपलब्ध हैं, बाजार में अंगूर हरे, काले और लाल रंग में बहुत आसानी से उपलब्ध होते हैं।
लाल रंग के अंगूर में रेस्वेराट्रोल बड़ी मात्रा में पाया जाता है, रेस्वेराट्रोल एक एंटीऑक्सिडेंट है।
लाल रंग के अंगूर का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है, इसके सेवन से हमारा ब्लड प्रेशर कम करने में मदद करता है और दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को भी कम करने में मदद करती है।
ठीक इसी तरह भारत में आसानी से सुनहरे, ग्रीन और काले रंग की किशमिश मिलती हैं।
गोल्डन किशमिश स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होती है, क्योंकि गोल्डन किशमिश में अन्य प्रकार के अंगूर की तुलना में अधिक फ्लेवोनोइड होते हैं। अंगूर में काफी मात्रा में फाइबर पाए जाते हैं और बहुत कम कैलोरी होती है।
अंगूर हमारी भूख को कंट्रोल करने में काफी मदद करते हैं, अंगूर के सेवन से काफी समय तक आपको भूख का एहसास नहीं होता है। वह आपके आहार को पूरा करते हैं।
हालांकि, अंगूर की तुलना में किशमिश में अधिक कैलोरी होती है।
अंगूर को सुखाकर किशमिश बनाई जाती है, अंगूर को सुखाने की प्रक्रिया में एंटीऑक्सिडेंट और चीनी का इस्तेमाल किया जाता है, जो बाद में कैलोरी के रूप लेती है।
आधे कप किशमिश में लगभग 250 कैलोरी होती है, जबकि आधे कप अंगूर में सिर्फ 30 कैलोरी होती है।