मैसूर (कर्नाटक): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को शानदार और ऐतिहासिक मैसूर पैलेस के परिसर में आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह की शुरूआत की।
मोदी ने कहा, योग जीवन का हिस्सा नहीं है, यह जीवन जीने का एक तरीका है।
मोदी ने कहा…
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत के आध्यात्मिक केन्द्रों (spiritual centers) ने जिस योग-ऊर्जा को सदियों से पोषित किया, आज वह योग ऊर्जा विश्व स्वास्थ्य को दिशा दे रही है। आज योग वैश्विक सहयोग का पारस्परिक आधार बन रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि योग व्यक्तियों के लिए नहीं है, योग मानवता के लिए है। योग के इस संदेश को पूरी मानवता तक पहुंचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र और सभी देशों का हृदय से धन्यवाद करता हूं।
मोदी ने कहा कि योग पृथ्वी और ब्रह्मांड में शांति लाता है। योग लाखों लोगों को जोड़ सकता है। देश के 75 ऐतिहासिक केंद्रों पर एक-साथ योग किया जा रहा है।
PM मोदी ने कहा, दुनिया के अलग-अलग देशों में सूर्योदय (sunrise) के साथ लोग योग कर रहे हैं। जैसे-जैसे सूर्य आगे बढ़ रहा है उसकी प्रथम किरण के साथ लोग अलग-अलग देशों में लोग साथ जुड़ते जा रहे हैं।
मोदी (Modi) ने कहा, योग को जना भी है, जीना भी है। पाना भी है और अपनाना भी है।