नई दिल्ली: तमिल भाषा को बढ़ावा देने और राष्ट्रीय राजधानी में रहने वाले तमिलों को सस्ती शिक्षा प्रदान करने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने गुरुवार को वर्चुअल माध्यम से दिल्ली तमिल शिक्षा संघ (डीटीईए) के स्कूल का उद्घाटन किया।
पूर्वी दिल्ली के मयूर मयूर विहार फेस-3 में स्थित यह दिल्ली का आठवां तमिल स्कूल है। मयूर विहार स्थित डीटीईए के इस आठवें स्कूल का निर्माण कार्य 2019 में शुरू हुआ था।
इसके निर्माण में ग्रीन बिल्डिंग मानकों का पालन किया गया है। यह स्कूल परिसर दो एकड़ में फैला हुआ है। पांच मंजिला बिल्डिंग में ग्राउंड फ्लोर, 37 कमरे, पुस्तकालय, प्रयोगशालाएं, शिक्षक कक्ष एवं प्रधानाचार्य कक्ष है।
केंद्रीय मंत्री निशंक ने कहा, “डीटीईए विद्यालयों का एक प्राचीन और गौरवपूर्ण इतिहास है आज इसी इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ रहा है। डीटीईए अपनी सेवा के 100 वर्ष पूरे करने जा रहा है।
यह संस्था दिल्ली में हमारे तमिल बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ उनकी संस्कृति से भी अवगत कराती है जो जीवन के लिए अमूल्य निधि है।”
उन्होंने कहा कि शिक्षा वह शस्त्र है जो छात्रों को सभी चुनौतियों से लड़ने के लिए तैयार करता है और यह वह माध्यम है जो हमारे जीवन से अंधकार, भय व समस्याएं मिटाकर सुंदर भविष्य का निर्माण करता है।
हमारे समाज में अध्यापकों का दायित्व बहुत अधिक है। हमें गर्व है कि हमारे देश के शिक्षक कोविड-19 महामारी के संकट के समय में विद्यालयों के बंद होने पर भी शिक्षण में लगे हुए हैं। शिक्षकों के इस अथक प्रयास से ही भारत विश्वगुरु कहलाता है।
निशंक ने डीटीईए प्रबंधन को राजधानी में उनके आठवें स्कूल के लिए बधाई देते हुए कहा, “बेहद कम समय में इस विद्यालय को बनाने के लिए आप सब बधाई के पात्र हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि जल्दी ही इसके परिसर का निर्माण पूरा हो जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चे आपकी शिक्षा से लाभान्वित हो सकें।”
इसके अलावा उन्होंने तमिलनाडु सरकार को इस विद्यालय के निर्माण कार्य में सहयोग देने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि वे सदैव शिक्षा के क्षेत्र में इसी प्रकार सहयोग देते रहेंगे।
तमिलनाडु के स्कूली शिक्षा मंत्री के ए सेंगोटईयन एवं डीटीईए के सदस्य वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये जुड़े रहे।