रांची: झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार (Hemant Soren Govt.) ने तीन साल का कार्यकाल गुरुवार को पूरा कर लिया। मौके पर धुर्वा स्थित प्रोजेक्ट भवन (Project Building) में आयोजित विशेष कार्यक्रम में प्रदेश की जनता को 951 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी।
किसानों को सीएम सुखाड़ राहत योजना, (CM Drought Relief Scheme) छात्रों को स्कॉलरशिप समेत कई पोर्टल भी लॉन्च किये गये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार गठन के बाद से इस सरकार ने कई उतार-चढ़ाव देखें। कई आपदाएं देखी। राज्य अलग होने के बाद किसी
सरकार को इतनी चुनौतियां नहीं मिली थी लेकिन जनसहयोग से हर विपत्ति को अवसर में बदला गया है, 2023 कार्यान्वयन वर्ष होगा।
उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी (Global Pandemic Corona) से हमारा सामना हुआ। इस दौरान देश- दुनिया की तमाम व्यवस्थाएं ठप्प सी हो गई। झारखंड भी इससे अछूता नहीं रहा लेकिन हमारी सरकार ने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया।
हमने हार नहीं मानी और इस आपदा को अवसर के रूप में लिया। इसी का नतीजा रहा कि आप सभी के सहयोग से इस महामारी से निपटने में कामयाब हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे राज्य में काफी क्षमताएं हैं। यहां खनिज समेत वैसे सभी संसाधन मौजूद हैं, जो राज्य को विकास के मार्ग पर आगे ले जा सकते हैं लेकिन पिछले 20 वर्षों में किन्ही न किन्ही वजहों से राज्य में विकास का माहौल नहीं बन सका। हमारी सरकार अब विकास को नई दिशा देने के काम में जुट गई है ।
इसके लिए वातावरण तैयार किया जा रहा है। मुझे पूरा विश्वास है कि यहां के संसाधनों का अगर सदुपयोग सही तरीके से हुआ तो झारखंड देश के अग्रणी राज्यों में खड़ा होगा।
शिक्षा, स्वास्थ्य रोजगार समेत सभी क्षेत्रों में हो रहा विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार (Employment) समेत सभी क्षेत्रों में विकास के कार्य हो रहे हैं। किसानों, मजदूरों, सरकारी कर्मियों, बुजुर्गों, महिलाओं, नौजवानों सहित हर वर्ग और तबके के लिए योजनाएं चला रहे हैं।
हमारी सरकार ने लक्ष्य तय कर रखा है और उसी के अनुरूप कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है।
आज उत्साह का दिन, बड़े समूह को मिला योजनाओं का लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरे राज्य के लिए हर्ष उल्लास और उत्साह का दिन है। सरकार के तीन वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर कई योजनाओं और पोर्टल का शुभारंभ हुआ है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री सूखा राहत योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना और प्री- मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के लाभुकों के बीच डीबीटी के माध्यम से लगभग 890 करोड़ रुपए हस्तांतरित किए गए हैं।
हमारी सरकार इसी मकसद के साथ कार्य कर रही है कि कल्याणकारी योजनाओं (Welfare Schemes) का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जा सके।
अभी लम्बा सफर तय करना है
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड अलग राज्य बनने के बाद पिछले 20 वर्षों में किसी भी सरकार को ऐसी चुनौतियों का सामना नहीं करना पड़ा, जैसा कि हमारी सरकार के गठन के महज कुछ ही महीनों के बाद कोरोना जैसी महामारी ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले लिया। दो वर्षों तक कोरोना से हम जंग लड़ते रहे।
इस दौरान हमारी सरकार ने बेहतर प्रबंधन के जरिए न सिर्फ जीविका को बचाया, बल्कि जीविकोपार्जन के भी साधन लोगों को उपलब्ध कराए।
आज विकास को तेज करने का कार्य पूरी क्षमता और ताकत के साथ सरकार कर रही है। लेकिन, यह शुरुआत है। अभी हमें आगे लम्बा सफर तय करना है । झारखंड को विकसित और समृद्ध राज्य बनाना है।
मुख्यमंत्री ने लाभुकों के साथ किया संवाद
मुख्यमंत्री ने समारोह में कुछ लाभुकों को अपने हाथों से योजनाओं का लाभ प्रदान किया। वहीं, विभिन्न जिलों में विभिन्न योजनाओं के लाभुकों के साथ Online संवाद भी किया।
लाभुकों ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि सरकार की योजनाओं से उन्हें काफी लाभ पहुंच रहा है और उनके गांव-पंचायत में विकास कार्य काफी बेहतर तरीके से संचालित हो रहे हैं।
सरकार ने जो कहा, वह कर रही है
ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम (Alamgir Alam) ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में सरकार जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतर रही है। सरकार ने जो कहा है, उसे पूरा कर रही है।
लोगों को रोजगार देने का काम किया जा रहा है। किसानों को पहली बार सूखा राहत राशि उपलब्ध कराई गई है। ग्रामीण विकास की कई योजनाएं धरातल पर उतर रही है। सरकार के कार्यों से हर तरफ हर्ष का माहौल है।
श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में राज्य सरकार ने पिछले तीन वर्षों में विभिन्न चुनौतियों के बीच बेहतरीन कार्य किए हैं।
सरकार की योजनाओं और कार्यों का जनता को सीधा लाभ मिल रहा है। हर तबके को योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। अगले दो वर्षों में भी सरकार ऐसे कार्य करेगी, जो इस राज्य के लिए मिसाल साबित होगा।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद महुआ माजी, विधायक बसंत सोरेन, दीपिका पांडे सिंह, राजेश कच्छप, प्रदीप यादव, अंबा प्रसाद, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, डीजीपी नीरज सिन्हा, विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, कार्मिक प्रशासनिक सुधार और राजभाषा विभाग की प्रधान सचिव वंदना दादेल, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे सहित विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव,प्रधान सचिव, सचिव और विभिन्न जिलों में प्रभारी मंत्री, उपायुक्त और लाभुक Online जुड़े थे।