रामगढ़: रामगढ़ शहर में छावनी परिषद के अधिकारी और पूर्व विधायक शंकर चौधरी के बीच वाक युद्ध जारी है।
इस वाक युद्ध के बीच बुधवार की सुबह से सब्जी मंडी को डेली मार्केट में स्थानांतरित करने के लिए धरना भी शुरू कर दिया गया है।
पूर्व विधायक शंकर चौधरी ने कहा कि कोविड की वजह से डेली मार्केट में लगने वाली सब्जी मंडी को अस्थाई रूप से फुटबॉल ग्राउंड में स्थानांतरित कर दिया गया था।
लेकिन अब कोरोना का संक्रमण काफी कम हो गया है। आम जनजीवन पटरी पर लौट रही है। अब इस लिहाज से अस्थाई रूप से फुटबॉल में लगने वाले सब्जी मंडी डेली मार्केट में स्थानांतरित कर देना चाहिए।
शहर का एकमात्र फुटबॉल ग्राउंड बच्चों के लिए काफी उपयोगी है। उसका सही इस्तेमाल हो पाएगा।
इस मुद्दे को लेकर 5 दिन पहले छावनी परिषद के सीईओ एम एस हरी विजय ने शंकर चौधरी को पत्र लिखकर धरना प्रदर्शन नहीं करने के लिए आगाह किया था।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि अगर वे धरना प्रदर्शन करते हैं तो कोविड गाईडलाइन का उल्लंघन होगा और मजबूरन छावनी परिषद के अधिकारियों को उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी होगी।
छावनी परिषद के सीईओ के द्वारा पत्र लिखे जाने के बाद शंकर चौधरी भी जोश में आ गए थे। उन्होंने कहा था कि छावनी परिषद को जो भी कानूनी कार्रवाई करनी है वह करें।
लेकिन आम नागरिकों और किसानों के मुद्दे पर तानाशाही बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने 15 दिसंबर को धरना देने के लिए पहले ही सूचना दी थी और उस सूचना के बाद से उन्होंने धरना शुरू कर दिया है। उनके साथ कई किसान और शहर के नागरिक भी धरने पर बैठे हुए हैं।