नई दिल्ली: कोयला मंत्रालय ने चार कोयलों ब्लॉकों के लिए नए सिरे से बोलियां आमंत्रित की हैं। वाणिज्यिक खनन के पहले दौर की नीलामी में इन चार ब्लॉकों के लिए निविदा प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया था।
इन चारों ब्लॉकों के लिए पहले दौर में तकनीकी रूप से पात्र सिर्फ एक-एक बोली मिली थी।
इन चार ब्लॉकों में से तीन ओडिशा और एक झारखंड में है।
कोयला मंत्रालय ने कहा था कि ओडिशा में छेंदीपाड़ा, छेंदीपाड़ा-दो और कुरालोई (ए) उत्तरी कोयला खान तथा झारखंड के सेरगढ़ा ब्लॉक में पात्र बोलीदाताओं की संख्या दो से कम है, इसलिए इनकी बोली प्रक्रिया को निरस्त किया जा रहा है।
इन ब्लॉकोंकी वार्षिक अधिकतम क्षमता 5.2 करोड़ टन की है।
मंत्रालय ने कहा कि नामांकन प्राधिकरण इन कोयला ब्लॉकों की दूसरे दौर की नीलामी का प्रयास कर रहा है।
इसके लिए नियम और शर्तें पहले दौर की तरह की रखी गई हैं।
वाणिज्यिक खनन के लिए ब्लॉकों की नीलामी से देश का कोयला क्षेत्र निजी कंपनियों के लिए भी खुल गया है।
वाणिज्यिक खनन के तहत पहले दौर की नीलामी में जबर्दस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिली थी।
इससे पहले कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा था कि 19 खानों की नीलामी से कुल 7,000 करोड़ रुपए सालाना का राजस्व मिलेगा और इन खानों के परिचालन में आने के बाद 69,000 से अधिक रोजगार के अवसरों का सृजन होगा।