गिरिडीह: जिले के गाण्डेय विधानसभा क्षेत्र के तीन गांव के लोग आज भी ढिबरी युग में जीवन गुजारने को विवश हैं।
गाण्डेय के बरमसीया व चरघरा गांव में पिछले कई वर्षों से और बेंगाबाद प्रखण्ड के ताराटाड़ में दो महीनों से ट्रांसफार्मर जल जाने के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित है।
ग्रामीण ट्रांसफार्मर बदलने के लिए बिजली विभाग के कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन अबतक कोई सुनवाई नहीं हुई है।
भाकपा माले नेता राजेश यादव ने कहा कि बिजली बिल वसूलने के लिए विभाग जगह-जगह कैंप लगा रही है लेकिन जले हुए ट्रांसफार्मर को बदलने की दिशा में कोई पहल नहीं हो रही है।
झारखंड राज्य अलग होने के बीस वर्ष बाद भी लोग ढिबरी युग में जीने को विवश हैं। उन्होंने कहा कि नियमानुसार सूचना मिलने के चौबीस घंटे के अंदर जले हुए ट्रांसफार्मर को बदलना है लेकिन गिरिडीह में बिजली विभाग पूरी तरह लापरवाह बनी हुई है।
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष यदुनंदन पाठक ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार में बिजली विभाग के अधिकारी समस्याओं के समाधान को लेकर संजीदा नहीं हैं।
महीनों से जले ट्रांसफार्मर को नहीं बदला जाना राज्य सरकार की विफलता को दर्शाता है । इस संबंध में बिजली विभाग के सहायक अभियंता देश राज ने कहा कि तीन गांवों में ट्रांसफार्मर जलने की सूचना मिली है। जल्द ही सभी जले ट्रांसफार्मर को बदलने का काम किया जायेगा।