मुंबई: महाविकास आघाड़ी सरकार ने मंगलवार को होने वाले विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव को टाल दिया है।
इसी के साथ इस मुद्दे पर राज्यपाल और सरकार के बीच शक्ति- संघर्ष की आशंका फिलहाल टल गई है। यह चुनाव अब विशेष अधिवेशन बुलाकर करवाया जा सकता है।
यह निर्णय पांच दिवसीय विधानसभा सत्र के अंतिम दिन महाविकास आघाड़ी के नेताओं की बैठक में लिया गया है।
महाविकास आघाड़ी की ओर से आज विधानसभा अध्यक्ष पद पर चुनाव करवाए जाने की तैयारी की गई थी और सत्तापक्ष के विधायकों को सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया गया था।
इसी बीच विधानभवन में महाविकास आघाड़ी के नेताओं की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, जयंत पाटिल, बालासाहेब थोरात, नाना पटोले, एकनाथ शिंदे, अनिल परब आदि उपस्थित थे।
सभी नेताओं ने विधानसभा के अध्यक्ष पद का चुनाव फिलहाल टालने का निर्णय लिया है।
उल्लेखनीय है कि 2019 में महाविकास आघाड़ी के गठन से पहले किए गए समझौते के अनुसार शिवसेना को मुख्यमंत्री पद, राकांपा को वित्तमंत्री पद तथा कांग्रेस पार्टी को विधानसभा अध्यक्ष पद दिया जाना तय हुआ था।
इसके मद्देनजर नाना पटोले विधानसभा अध्यक्ष बने थे। बाद में कांग्रेस पार्टी ने नाना पटोले को महाराष्ट्र कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष पद पर नियुक्त कर दिया।
इसके बाद नाना पटोले ने विधानसभा अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, तब से यह पद रिक्त पड़ा है। राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को दो बार पत्र भेजकर इस पद को भरने का निर्देश दिया था।
तब राज्य सरकार ने नियमों में बदलाव कर राज्यपाल से चुनाव की अनुमति मांगी थी। इस पर राज्यपाल ने ध्वनि मत से विधानसभा चुनाव करवाए जाने को मंजूरी नहीं दी।
इसलिए महाविकास आघाड़ी सरकार ने मंगलवार को वगैर राज्यपाल की मंजूरी लिए यह चुनाव करवाने की तैयारी की थी। लेकिन बैठक में इस तरह चुनाव करवाने पर होने वाले संभावित संघर्ष पर विचार किया गया, इसके बाद आज होने वाले विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव को टाल दिया गया है।