रांची: केंद्र सरकार की ओर से कपड़े पर जनवरी माह से जीएसटी की दर पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत किए जाने के निर्णय का विरोध वस्त्र, रेडीमेड, व्यापारियों एवं संगठनों ने किया है।
झारखण्ड थोक वस्त्र विक्रेता संघ ने 31 दिसंबर को सांकेतिक हड़ताल करने का निर्णय किया है।
इस दौरान वस्त्र व्यवसाई प्रतिष्ठान के सहयोगी एवं कर्मचारी सभी लोग विरोध में काला बिल्ला लगाकर रखेंगे। दुकानें दिन के 12 बजे के बाद खुलेगी।
12 बजे के बाद संघ के पदाधिकारी विरोध पत्र आवेदन के साथ राज्य के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव से मिलेंगे और केंद्र सरकार द्वारा थोपे जा रहे जीएसटी की बढ़ी दरों पर चर्चा कर उनसे भी आग्रह करेंगे।
संघ के अध्यक्ष प्रकाश अरोड़ा ने प्रेसवार्ता में कहा कि पहले भी कपडे पर जीएसटी नहीं था। केंद्र सरकार व्यापारियों के विरोध के बाद भी इसे पांच प्रतिशत जीएसटी के दायरे में ला दिया।
इसकी दर में सात प्रतिशत की अतिरिक्त बढ़ोत्तरी की गई है, जिसका सीधा असर आम गरीब जनता पर पड़ेगा। संघ वित्त मंत्रालय के इस निर्णय का विरोध करता है एवं मांग करता है कि कपडे पर प्रस्तावित बढ़ोत्तरी के निर्णय को शिथिल किया जाय।
इस मौके पर कमल जैन, शंकर कनोडिया, महेश बजाज, प्रमोद सारस्वत, प्रवीण लोहिया आदि उपस्थित थे।