लखनऊ: उत्तर प्रदेश की आदित्यनाथ सरकार ने डेढ़ करोड़ कामगारों को भरण-पोषण भत्ता के रूप में एक-एक हजार रुपये उनके बैंक खाते में भेजे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को 500 रुपये प्रति माह की दर से दो माह का भत्ता श्रमिकों के खाते में ऑनलाइन हस्तांतरण किया।
लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने श्रमिकों को राष्ट्र निर्माता कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण है।
पहली बार कोई सरकार श्रमिकों की इस स्तर पर चिंता कर रही है। केंद्र सरकार हो या प्रदेश सरकार, श्रमिकों के हितों को सरंक्षण देने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि 2017 के पहले श्रमिक शोषण का शिकार होता था। श्रमिक शासन की किसी भी योजना का लाभ नहीं पाता था।
न उसके पास राशनकार्ड होता था, न उसके पास कोई ठिकाना होता था। मकान बन भी गया तो बिजली नहीं होती थी। सबकुछ हो गया तो उसके पास खाने को राशन नहीं होता था।
कोई बीमार हो गया तो मान लिया जाता था कि अंतिम गति तय। प्रधानमंत्री मोदी का सबका साथ सबका विकास का नारा आज देश और प्रदेश में चरितार्थ हो रहा है।
सबको मकान, शौचालय, गैस कनेक्शन, गरीब के घर में बिजली कनेक्शन, गरीबों को राशन और स्वास्थ्य बीमा मिल रहा है।
इसके अलावा अन्य योजनाओं से भी समाज के अंतिम पायदान पर बैठे लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है।
सभी मंडल मुख्यालयों पर अटल आवासीय विद्यालय बन रहे हैं। इसी सत्र में अटल आवासीय विद्यालयों में पढ़ाई शुरू कराने का लक्ष्य है।
पहले की सरकारों में गरीब कन्याओं के विवाह की कोई व्यवस्था नहीं थी। समाज कल्याण विभाग से मात्र 20 हजार रुपये दिए जाते थे। वह भी दो माह बाद। उसमें भी लूट होती थी।
10 हजार रुपये ही उनतक पहुंच रहा था। हमारी सरकार आयी तो हमने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना लागू किया। प्रत्येक गरीब बेटी को विवाह के लिए 51 हजार रुपये दिए जा रहे हैं।
श्रम विभाग ने तो गरीब कन्याओं के विवाह के लिए 75 हजार रुपये तक दिए जाने की व्यवस्था की है। जिनको कोई पूछता तक नहीं था, उनके बच्चों के विवाह में पूरी सरकार खड़ी रह रही है।
योगी सरकार के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि आज श्रमिकों की बेटियों के विवाह के आगे बड़े-बड़े लोगों के आयोजन फींके पड़ रहे हैं।
उनकी बेटियों के विवाह में मुख्यमंत्री और दर्जनों मंत्री नहीं पहुंचते। उन्होंने कहा कि योगी सरकार में गरीबों और श्रमिकों की बेटियों के विवाह में मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद और विधायक पहुंच रहे हैं।
स्थानीय प्रशासन से लेकर शासन तक के अधिकारी ऐसे आयोजनों में खड़े रह रहे हैं। प्रदेश के सभी मंडलों में अटल आवासीय विद्यालय बन रहे हैं। हर विद्यालय में एक हजार बच्चे पढ़ाई कर सकेंगे।
इन विद्यालयों में वह बच्चे भी पढ़ सकेंगे जिनके माता पिता नहीं हैं। इस मौके पर मंत्री आशुतोष टंडन गोपाल जी, राज्यमंत्री महेश गुप्ता, श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुनील भराला, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, श्रम एवं सेवा योजना विभाग के अपर मुख्य सिचिव सुरेश चंद्रा समेत अन्य लोग मौजूद रहेंगे।